हर्षित सैनी
रोहतक, 11 अप्रैल। परीक्षा व्यवस्था की सुचिता बनाने में महाविद्यालयों के प्राचार्यों की विशेष भूमिका है। परीक्षा को नकल रहित बनाने में प्राचार्यों तथा शिक्षकों को योगदान देना होगा।
ये विचार आज महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिन्धु ने संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों की ऑनलाइन कार्यशाला में व्यक्त किए। हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग तथा मदवि द्वारा यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है।

डा. सिन्धु ने कहा कि एमडीयू परीक्षाओं में अनुचित साधनों के इस्तेमाल बारे जीरो-टोलेरेंस नीति अपनाता है। उन्होंने कहा कि परीक्षा ड्यूटी दे रहे शिक्षकों को इस नीति की कड़ाई के साथ अनुपालना करनी चाहिए। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि समयबद्ध रिकार्ड समय में परीक्षा परिणाम जारी करना मदवि की विशिष्टता है।
उन्होंने कहा कि परीक्षा संबंधित कार्य को प्राथमिकता के साथ करने की जरूरत है। परीक्षा नियंत्रक डा. सिन्धु ने परीक्षा सुधार तथा परीक्षा व्यवस्था पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग के उप निदेशक हेमंत वर्मा ने भी कार्यशाला में विचार सांझा किए।