

– जयपुर के 6 नामचीन स्कूलों की जांच के निर्देश
बीकानेर मबकाया फीस के कारण विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षाएं बंद करने अथवा परीक्षाओं से वंचित करने वाले जयपुर के छ नामचीन स्कूलों की शिकायत अभिभावक एकता संघ राजस्थान के प्रदेश संयोजक मनीष विजयवर्गीय ने शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला को लिखित में दी।
– शिक्षा मंत्री ने की तुरंत कार्यवाही
अभिभावक एकता संघ राजस्थान का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित विद्यार्थी को साथ लेकर शिक्षा मंत्री से मिला। ज्ञापन पर तुरंत कार्यवाही करते हुए शिक्षा मंत्री ने संयुक्त शिक्षा निदेशक घनश्याम दत्त जाट एवं जयपुर जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र कुमार को बुलाकर उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करने वाले स्कूलों पर तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश जारी किये।
– तानाशाही कर रहे स्कूलों की मान्यता रद्द हो
मनीष विजयवर्गीय ने बताया कि प्रदेश के अधिकांश नामचीन विद्यालय बेखौफ होकर माननीय सुप्रीम कोर्ट व शिक्षा विभाग के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं और बच्चों को राहत देने की मांग उठाने वाले हम जैसे प्रतिनिधियों पर सैंट एंसेल्म स्कूल निवारू रोड द्वारा दुर्व्यवहार करना एवं जान से मार देने की धमकी देना इनकी तानाशाही का सबूत है ऐसे स्कूलों पर सख्त से सख्त कार्यवाही हो एवं इनकी मान्यता निरस्त की जाए।


नामचीन स्कूलों की तथ्यों के आधार पर शिकायत
अभिभावक एकता संघ के मीडिया कोऑर्डिनेटर हरिओम सिंह चौधरी एवं मनीष मालूम है बताया कि हमने शिक्षा मंत्री को जयपुर के सीडलिंग पब्लिक स्कूल जवाहर नगर की अभिभाविका यास्मीन बानो (विद्यार्थी रूमान कक्षा 9) माहेश्वरी इंटरनेशनल स्कूल तिलक नगर के अभिभावक सुशील स्वामी (विद्यार्थी हीयांश स्वामी) महारानी गायत्री देवी स्कूल अजमेरी गेट के अभिभावक सत्येंद्र पाल सिंह गंभीर (विद्यार्थी :सरगुन गंभीर कक्षा 6) सैंट एंसेल्म स्कूल निवारू रोड के अभिभावक चंद्रप्रकाश परमानी, टिंकू गर्ग, संदीप शर्मा, रुक्मणी बिरला स्कूल दुर्गापुरा के अभिभावक रवि शर्मा, कैंब्रिज कोर्ट स्कूल मानसरोवर की शिकायतें तथ्यों के आधार पर संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं जिला शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध करवाई है अब देखना यह है कि क्या शिक्षा मंत्री के निर्देश के उपरांत प्रदेश में माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश की खुलेआम बेलना करने वाले स्कूलों पर क्या कार्यवाही होती है।
