बीकानेर। पुण्य कार्य करने के लिए विशाल हृदय व समृद्ध सोच का होना जरूरी है। सेवा कार्य भी ऐसा हो जिससे जरुरतमंद लोगों को लाभ मिले। यह उद्गार समाजसेवी सुरेन्द्र सामसुखा ने बुधवार को पीबीएम आपात चिकित्सा इकाई के जीर्णोद्धार अवसर पर व्यक्त किए।
उक्त जीर्णोद्धार कार्य का लोकार्पण संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा, जिला कलक्टर नमित मेहता, पीबीएम अधीक्षक परमेन्द्र सिरोही, एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. एसएस राठौड़ व शुभकरण सामसुखा द्वारा किया गया।
सामसुखा ने बताया कि स्व.मेघराजजी एवं मोहनीदेवी सामसुखा की पुण्य स्मृति में उनके परिवारजनो देवचंद-सोहनीदेवी, सुरेंद्र-संगीता, अरिहन्त प्रीत सामसुखा गंगाशहर-कोलकाता द्वारा उक्त आपात चिकित्सा इकाई का जीर्णोद्धार करवाया गया है। उक्त जीर्णोद्धार नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका की प्रेरणा से करवाया गया है।
पूर्व चैयरमेन महावीर रांका ने बताया कि करीब 15 लाख रुपए की लागत से पीबीएम अस्पताल के आपातकालीन विभाग में रंग-रोगन, फर्श, पर्दे, फर्नीचर, बैड सहित सभी सुविधाओं से सुसज्जित करवाया गया है।
कार्यक्रम में जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि सेवा कार्य करने की लोग सोचते जरूर हैं, लेकिन कर हर कोई नहीं पाता और जो सेवा कार्य करने की सोचता है, कर भी लेता है वही महानता है। संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने कहा कि भामाशाहों के सहयोग से अच्छे कार्य होते रहेंगे तो शहर का विकास संभव है। पीबीएम अधीक्षक डॉ. परमेन्द्र सिरोही ने कहा कि अधीक्षक बनने के बाद अस्पताल के हालात सुधारने की जब ठानी तो भामाशाह महावीर रांका से सम्पर्क किया, जिस पर तुरन्त स्वीकृति प्रदान करते हुए सामसुखा परिवार के माध्यम से यह पुण्य कार्य सम्पन्न करवाया।समारोह को सम्बोधित करते हुए गंगाशहर तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष ममता रांका ने कहा कि समाजसेवी संगीता सामसुखा ने उक्त सेवा कार्य को करने की ठानी और प्रसन्नता इस बात की है कि परहित कार्य करके नारी शक्ति का मान बढ़ाया है।समारोह में कोलकाता से सूर्यप्रकाश सामसुखा ने वर्चुअल सम्बोधन देते हुए कहा कि अस्पताल में जीर्णोद्धार करवाने से हजारों मरीजों को फायदा मिलेगा, सुविधाएं प्राप्त होगी। सामसुखा ने कहा कि संस्कारों की ही देन है कि सेवा कार्य करने में सामसुखा परिवार हमेशा अग्रणी रहेगा।पवन महनोत ने बताया कि उक्त कार्यक्रम में जैन लूणकरन छाजेड़, गणेश बोथरा, हंसराज डागा, प्रवीण सामसुखा, अमित डागा, बिशनाराम सियाग, अनिल सेठिया, गौतम पुगलिया, बसंत डागा, मनोज सामसुखा, प्रवीण सामसुखा, कमलेश सामसुखा, अरविन्द डागा, सुनीता कोठारी, मधुलिखा सोनी, राखी कपूर, ललिता वर्मा, अंजू छलानी, उषा सिंगल, सुनीता पुगलिया, कविता सांड, प्रगति सांड, कुलदीप यादव, राजेन्द्र शर्मा, भगवतीप्रसाद गौड़, दिनेश उपाध्याय, विकास पंचारिया, मनोज पडि़हार, मधुसूदन शर्मा, टेकचन्द यादव, आनन्द सोनी, विशाल गोलछा, संजय स्वामी, घनश्याम रामावत, गौरीशंकर देवड़ा, रमेश भाटी, प्रणव भोजक आदि उपस्थित रहे।