जयपुर,(दिनेश शर्मा “अधिकारी”)। राजस्थान हाई कोर्ट जयपुर बेंच के बार एसोसिएशन पदाधिकारियों ने बार काउंसिल ऑफ़ राजस्थान के जोधपुर कार्यालय कि एक शाखा को जयपुर बेंच में विस्तार करने की मांग उठाई है बार Association जयपुर के अध्यक्ष भुवनेश शर्मा ने बताया की बार कौंसिल ऑफ राजस्थान का पंजीकृत कार्यालय जोधपुर में ही स्थित है और समस्त स्टाफ और ऑफिशियल वर्क वहीं से संचालित होता है जयपुर बेंच के अधीन आने वाले करीब 17-18 जिलों के अधिवक्ता एवं पक्षकार को हर छोटे-मोटे कार्य के लिए जोधपुर बार एसोसिएशन कार्यालय आना जाना पड़ता है ऐसी स्थिति में नए अधिवक्ताओं को रजिस्ट्रेशन पंजीकरण एवं अन्य छोटे-मोटे दस्तावेजों की पूर्ति के लिए जोधपुर कार्यालय पर ही ashrith रहना पड़ता है जबकि जयपुर बेंच में बार काउंसिल का कार्यालय गत कई वर्षों से है लेकिन ताला लगा होने के कारण बुनियादी कार्यालय की सुविधाएं नहीं होने के कारण आम जन अधिवक्ता और पक्षकारों को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है जयपुर बार एसोसिएशन महासचिव गिर्राज प्रसाद शर्मा ने बताया स्थाई रूप से एक कार्यालय बार कौंसिल ऑफ राजस्थान का जयपुर से संचालित होने से करीब 70से 80,000 पक्षकरो को अधिवक्ताओं को इसका सीधा लाभ होगा जोधपुर बेंच के कुछ स्टाफ और कार्यालय सामग्री अगर यहां जयपुर कार्यालय में स्थानांतरित कर दी जाए कोरोना काल में आम जन को अपने कार्यों के लिए जोधपुर कार्यालय पर आश्रित नहीं रहना पड़ेगा जयपुर बार एसोसिएशन पदाधिकारियों ने पूर्व में भी इस क्रम में जोधपुर बीसीआर कार्यालय में अनेकों बार पत्र व्यवहार किया है लेकिन आदिनांक तक Bar बार काउंसिल के जोधपुर पदाधिकारियों द्वारा इस मामले में कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है इस मामले में पदाधिकारियों ने रोष व्यक्त करते हुए मांग उठाई के तत्काल प्रभाव से कई वर्षों से लंबित इस मांग को अविलंब पूरा नहीं किया गया तो जयपुर बेंच के अधिवक्ता गण बी सी आर के मनमानी करने और अवहेलना करने का विरोध दर्ज कराएंगे इसके लिए धरना प्रदर्शन का भी प्रावधान मीटिंग में रखा गया है।

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बार एसोसिएशन जयपुर बेंच ने भी। पुर्ण सहयोग कर लोक अदालत को सफल बनाने में पक्षकारो को समझाइश और राजीनामे प्रकरणों में मदद की

जयपुर,(दिनेश शर्मा” अधिकारी”)। वर्ष 2021 की आयोजित ” पहली राष्ट्रीय लोक अदालत” में रालसा के सहयोग में ” बार एसोसिएशन जयपुर बेंच ” के पदाधिकारियों ने भी व्यवस्थाओं में पूर्ण सहयोग करते हुए राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में आमजन की समझाइश और राजीनामे प्रकरणों में मदद की गई रालसा की ओर से बार एसोसिएशन पदाधिकारियों को अधिकतम मुकदमें लोक अदालत में लगवा कर पक्षकारों को समझाइश और राजीनामे में प्रेरित करने के लिए कहा गया था। बार एसोसिएशन ने भरपूर सहयोग दिया और अधिक से अधिक भविष्य में भी लोक भावना को दृष्टिगत रखते हुए भरपूर सहयोग देने का आश्वासन दिया।

इस राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रि-लिटिगेशन मामलों के तहत धन वसूली के प्रकरण, टेलीफोन, बिजली व पानी के बिल से संबंधित प्रकरणों को रखा गया है। इसी प्रकार विभिन्न न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में धारा 138 परक्राम्य विलेख अधिनियम धन वसूली, मोटर वाहन दुर्घटना अधिकरण के प्रकरण, वैवाहिक एवं भरण-पोषण के विवाद (तलाक को छोड़कर), घरेलू हिंसा के विवाद, श्रम एवं नियोजन संबंधित प्रकरण एवं अन्य सिविल प्रकरणों के अलावा दाण्डिक प्रकृति के शमनीय प्रकरण, दाण्डिक लघु प्रकृति के प्रकरणों को रखा गया है। झुंझुनूं न्यायक्षेत्र में राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल करने में कुल 14 बैंचों का गठन कर 4000 प्रकरण चिह्नित किये।पूरे प्रदेश के प्रि-लिटिगेशन के लगभग 73,000 प्रकरण एवं न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों में से लगभग 1,42,000 प्रकरणों को चिन्हित किया गया है। इस प्रकार कुल लगभग 2,15,000 प्रकरण सम्पूर्ण राज्य में चिन्हित किये गये हैं,

माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर व जयपुर पीठ में भी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन ऑफलाइन माध्यम से किया जा रहा है, जिसके लिये जोधपुर व जयपुर, पीठ में क्रमषः 05 व 03 लोक अदालत बैंचों का गठन किया गया है। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन कोविड-19 हेतु राज्य सरकार द्वारा जारी गाईड लाइन की अक्षरषः पालना करते हुए किया।

राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर पीठ में माननीय संगीत लोढ़ा, कार्यकारी अध्यक्ष, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण व प्रषासनिक न्यायाधीष, राजस्थान उच्च न्यायालय एवं माननीय श्रीमती सबीना, अध्यक्ष, राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति, जयपुर एवं न्यायाधीष, राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ किया, जिसमें माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधिपतिगण, राजस्थान उच्च न्यायालय बार एसोसिएषन के अध्यक्ष व सदस्यगण, अधिवक्तागण, पक्षकारगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित हुए।