– विधान सभा में पटना के डीएम और एसपी पर भड़के।कहा,डी एम एस पी बड़ा या सरकार बड़ी

– सत्ता पक्ष और विपक्ष का सदन में हंगामा ,रोकनी पड़ी सदन की कार्रवाई

– एस एन श्याम

पटना। बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी रोक कर पटना के डी एम और एस एस पी की गाड़ी को आगे निकालने से नाराज मंत्री जीवेश ने सदन से इस्तीफा देने तक की घोषणा कर दी ।मंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि जब तक डीएम एसपी पर कार्रवाई नहीं होगी वे बैठक में नहीं अपनी सीट पर खड़े रहेंगे ।यह अपमान उन्हें बर्दाश्त नहीं है वह अपना पद भी छोड़ सकते हैं ।मंत्री ने कहा कि — “डी एम/ एस पी बड़ा कि सरकार बड़ी?
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सदन में प्रश्नोत्तर काल चल रहा था ।अचानक श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा अपनी सीट पर खड़ा होकर कहने लगे कि बिहार विधान मंडल परिसर में पुलिस वालों ने पटना के डी एम और एस एस पी के गाड़ियों के काफिले को आगे निकालने के लिए उनकी गाड़ी को रोक दिया ।डीएम और एसपी की गाड़ी उस रास्ते से निकल रही थी जो सिर्फ मुख्य मंत्री के आने जाने के लिए निर्धारित रूट है इस रूट पर सामान्य यातायात प्रतिबंधित है ।मुख्यमंत्री के अलावा विधान सभा के अध्यक्ष और परिषद के सभापति के वाहनों को आने जाने की अनुमति है। मंत्री ने कहा कि जब उनकी गाड़ी रोकी गई तो उन्होंने समझा कि मुख्यमंत्री ,सभा अध्यक्ष या सभापति की गाड़ी गुजर रही है ।लेकिन जब उन्होंने देख डीएम और एसपी की गाड़ी को देखा तो भौचक्क रह गए। मंत्री ने कहा कि क्योंकि मामला विधान मंडल परिसर का है इसलिए मैं सदन को जानकारी दे रहा हूं। अध्यक्ष से आश्वासन चाहते हैं कि डीएम और एसपी को सस्पेंड कर उन पर कार्रवाई की जाए। क्योंकि उन्होंने एक मंत्री को अपमानित करने का काम किया है। मंत्री बार-बार यह कह रहे थे कि “आखिर डी एम एस एस पी बड़े हैं या सरकार?” मंत्री के इस बयान के बाद सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से जोरदार हंगामा होने लगा ।सेम सेम के नारे गूंजने लगे ।विपक्ष के सदस्यों ने तो सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अपनी अपनी सीट पर खड़े होकर शोरगुल और हंगामा करने लगे। सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आक्रोशित पक्ष और विपक्ष के विधायकों को शांत कराने का पूरा प्रयास किया। परंतु इसका असर विपक्षी विधायकों पर नहीं हुआ । आलम यह था कि अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के समझाने बुझाने और अपनी सीट पर बैठने के लगातार आग्रह को भी अनसुनी कर दी गई ।हंगामा और शोरगुल बढ़ते देख सभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही भोजन अवकाश के पूर्व स्थगित कर दी।
इस मामले को लेकर सदन के बाहर भी विधानमंडल परिसर में विपक्षी दलों ने शोरगुल और प्रदर्शन किया ।विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मंत्री जीवेश के पक्ष में कूद पडी। कहा कि जब मंत्री का यह हाल है तो आम आदमी और विधायक एम एल सी की क्या ओकात है ?उन्होंने इसी बहाने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा।राबड़ी ने कहा कि कहीं कोई सुनवाई नहीं है ।हर कोई अपनी मनमानी कर रहा है। राज्य में हत्या लूट बलात्कार हो रहे हैं ।खुलेआम नेता मारे जा रहे हैं ।राबड़ी देवी ने पूर्णिया की घटना की ओर इशारा किया और कहा कि पूर्णिया में जिला परिषद के एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई ।जिसमें राज्य सरकार के मंत्री का भतीजा शामिल है ।बावजूद इसके मंत्री पटना में चुपचाप बैठी है ।सरकार भी ऐसे लोगों को संरक्षण दे रही है।

You missed