– परिजनों ने कहा गला मरोड़ कर की गई हैं निर्मम हत्या ।बिहार(सुपौल)ओम एक्सप्रेस ब्यूरों -आज देशभर में लॉकडाउन है विश्व के अधिकांश देश महामारी कोरोना की चपेट में है ऐसे में लोगों के घरों से निकलने में प्रतिबंध है लेकिन अपराधी इस विषम परिस्थिति में भी अपराध को अंजाम देने से बाज़ नहीं आ रहे हैं।ताजा मामला जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत डपरखा गांव की है। जहां अपने मकई पटवन कर रहे एक किसान युवक की हत्या गला मरोड़ कर दिया गया हैं।मृतक डपरखा गांव वार्ड 3 निवासी रमेश उर्फ पंचानंद यादव के 25 वर्षीय पुत्र अजय कुमार हैं।घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हैं।जबकि किसी भी प्रकार की जानकारी देने से फिलहाल बच रही है।मृतक के पिता ने बताया कि बीते बुधवार की सुबह तकरीबन 9 बजे मृतक अजय डपरखा वार्ड नम्बर 2 में खेत में लगे मक्कई की फसल को पटवन करने निकला था जो रात तक घर नहीं लौटा परिजन इस दौरान इसकी काफ़ी खोजबीन भी किए गए लेकिन युवक का कुछ भी पता नहीं चल पाया।गुरुवार की सुबह जब मक्कई के खेत की ओर गया तो मृतक अजय मृत अवस्था में खेत में पड़ा था जिसे परिजनों ने स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में घर उठाकर लायाहैं।मृतक के परिजन के अनुसार इसकी हत्या गला मरोड़ कर किसी ने कर दी है।मृतक के गले पर भी निशान हैं।मृतक किसान युवक की शादी चार वर्ष पूर्व हुई थीं। उनको दो संतान हैं, जिसमें तीन वर्षीय लड़की नंदनी और एक वर्ष के लड़के हैं। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ हैं। हत्या होने के बाद मृत युवक की पत्नी आशा देवी के ऊपर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा। वह पति के शव से लिपट रो रही थी। रोने के क्रम में बोल रही थी कि अब कइसे जियब हो। हमरा के छोड़ के कहां चल गइल हो। हमर बेटा अब केकरा के पापा कही। इधर सांत्वना देने पहुंचे लोगों की भी आंखों में आंसू छलक रहे थे। मृतक के परिजन के अनुसार इसकी हत्या गला मरोड़कर किसी ने कर दी है। घटना के बाबत थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार ने बताया की मृतक युवक को पोस्टमार्टम में भेजा गया हैं, आवेंदन नहीं मिला हैं, मामले की तहकीकात की जा रहीं हैं।