– बेल में आए विपक्षी सदस्य ने
पटना के डीएम और एसपी ने मंत्री से मांगी माफी

– एस एन श्याम

पटना। बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा द्वारा पटना के डीएम और एसएसपी पर अपमानित करने के मामले का राज्य सरकार ने डैमेज कंट्रोल कर लिया है ।हालांकि यह मामला आज भी बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन के बाहर और भीतर गरमाया रहा ।मामले को लेकर महागठबंधन में जहां बिहार विधान मंडल परिसर में प्रदर्शन और नारेबाजी की वही सदन के भीतर भी शोरगुल और हंगामा करते हुए सदन के वेल में आ गए। लेकिन श्रम मंत्री द्वारा यह कहे जाने पर कि उन्होंने डीएम व एसपी को माफ कर दिया है इस ड्रामे का पटाक्षेप हो गया ।
मंत्री जीवेश मिश्रा और पटना के एसएसपी तथा डीएम के बीच विवाद का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि डीएम और एसपी ने डीजीपी और राज्य के अपर मुख्य सचिव की जॉइंट जांच रिपोर्ट आने के पहले ही रात के अंधेरे में मंत्री के घर पहुंचे और माफी मांगी। हालांकि माफीनामा की इस वाक्या को सरकारी स्तर पर पूरी तरह गोपनीय रखने का प्रयास किया गया ।लेकिन राज्य सरकार के इस डैमेज कंट्रोल नाटक का रात में ही खुलासा हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात 9:30 बजे पटना के एसपी और डीएम मंत्री जीवेश मिश्रा के सरकारी आवास पर पहुंचे और विधानमंडल परिसर में मंत्री की गाड़ी रोके जाने की घटना पर खेद प्रकट किया। हालांकि मंत्री ने पहले तो इन दोनों अधिकारियों के माफीनामा को खारिज कर दिया ।परंतु परिस्थितियां कुछ ऐसी बनी कि अंततः मंत्री को यह कहना पड़ा कि जाइए आप लोगों को माफ किया।

विधान सभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन इस मामले को लेकर महागठबंधन खासकर राजद, कांग्रेश और वामपंथी दलों के विधायक सदन के भीतर और बाहर आक्रामक तेवर में रहे। विधान सभा पोर्टिको के बाहर महागठबंधन के विधायक को राजद के भाई बिरेंद्र कांग्रेस के अजीत शर्मा और भाकपा माले के गोपाल रविदास ने रोष प्रदर्शन और गले में 30 लाडा कर इस मामले के दोषी डीएम और एसएसपी पर कार्रवाई की मांग की सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने सभा अध्यक्ष से यह जानना चाहा कि मंत्री को अपमानित किए जाने के सरकारी स्तर पर क्या कार्रवाई की गई ?सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी सदस्यों को जानकारी दिया कि मंत्री ने डीएम एसपी को माफ कर दिया है., ₹ इसे लेकर राजद के कुछ सदस्य अपनी सीटों पर खड़ा होकर जोर जोर से बोलने लगे तो जवाब में भाजपा के नंदकिशोर यादव और ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने भी विपक्ष पर निशाना साधा ।दोनों ओर से तू तू मैं मैं होते हैं सभा अध्यक्ष ने दोनों को शांत कराया और अपनी सीट पर बैठने का आग्रह किया इसी दरमियान महागठबंधन के समान घटक दल शोरगुल और हो हल्ला करते हुए सदन के वेल में आ गए और चना अध्यक्ष के आसन के सामने नारेबाजी करने लगे सपा अध्यक्ष ने तमाम विपक्षी सदस्यों से अपनी सीट पर लौटने आग्रह किया परंतु अध्यक्ष की बातों पर पक्ष विपक्ष शोरगुल और हंगामा करता रहा। दर्शक विपक्षी सदस्य यह जानना चाह रहे थे कि रात के अंधेरे में डीएम एसपी मंत्री से मिलने क्यों गए थे ।मामला और ज्यादा जोर पकड़ पाता इसके पूर्व हैं श्रम मंत्री ने सदन को बताया कि रात में पटना के डीएम और एसपी उनसे मिलने गए थे गुरुवार को हुए उनके साथ घटना को लेकर दोनों अधिकारी काफी दुखी दिखाई पड़े और किसके लिए इन दोनों ने खेद भी प्रकट किया है इटली हमने दोनों अधिकारियों को माफ कर दिया मंत्री के बयान के बाद महागठबंधन के सदस्य अपनी अपनी सीट पर बैठ कर बैठ गए।

You missed