-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। राज्य सरकार द्वारा तंबाकू उत्पादों-पान मसालों में घातक रसायनों की जांच कर पांबदी लगाने के आदेशों के बाद बीकानेर में तंबाकू उत्पादों और पान मसालों की ब्लैक मार्केटिंग जबरदस्त परवान चढ गई है। सरकार की सख्ती का फायदा उठाने में जुटे नामी फर्मो के संचालकों ने अपने पास पहले स्टॉक किये गये तंबाकू उत्पादों और पान मसालों के साथ सुंगधित सुपारी वगैरहा दुगुनी रेट में सप्लाई करनी शुरू कर दी है।

दोनों ही फर्मो के संचालक दिनरात छोटे दुकादारों और रिटेलर कारोबारियों को मुंहमांगी रेट से माल सप्लाई कर रहे है। पान मसाला कारोबार से जुड़े सूत्रों की मानें तो बीकानेर में सप्ताहभर के अंतराल नामी फर्मो के संचालक पहले से स्टॉक माल दुगुनी रेटों में सप्लाई कर आठ करोड़ से ज्यादा का मुनाफा कमा चुके है। इधर तंबाकू उत्पादों और पान मसालों के खिलाफ कार्यवाही के लिये जिम्मेदार स्वास्थ्य महकमें की टीम पान मसाला जगत की नामी फर्मो के प्रतिष्ठानों और गोदामों पर जांच कार्यवाही करने के बजाया छोटी-मोटी दूध डेयरियों में सैंपल लेती घूम रही है।

सूत्रों की मानें तो तंबाकू उत्पाद और पान मसालों के खिलाफ कार्यवाही के मामले में बीकानेर के दोनों की फर्मो के संचालक यहां प्रशासन के अफसरों समेत स्वास्थ्य महकमें के अफसरों की गहराई तक नब्ज दबा चुके है,इसके कारण तंबाकू उत्पादों और पान मसालों की जांच कर पांबदी की आदेशों की पालना के लिये जिम्मेदार स्वास्थ्य महकमें की टीम ने बीकानेर में गुटखों-पान मसालों की नामी फर्मो के प्रतिष्ठानों-गोदामों की तरफ से रूख मोड़ लिया है

।इस मामले में जागरूक लोग बीकानेर में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमें के अफसरों पर मुखरित रूप से मिलीभगती का आरोप लगा रहे है। लोगों का कहना है मुख्यमंत्री ने भले ही जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये तंबाकू उत्पादों और पान मसालों में घातक रसायनों की जांच कर पांबदी के आदेश जारी किये हों,लेकिन मुख्यमंत्री के यह आदेश बीकानेर में प्रशासन और स्वास्थ्य महकमें के अफसरों के लिये ऊपरी कमाई का बड़ा जरिया बना गया है। इसे लेकर सत्तारूढ दल से जुड़े नेता भी मुखरित रूप से सवाल उठा रहे है।