

जयपुर। अलवर जि़ले के टैंट व्यवसायियों ने राजगढ़ दुर्घटना में मारे गये हरि राम सैनी व उनकी पत्नी पुत्र व पुत्रवधू के उन तीनो बच्चों ( 1 लडक़ा 2 लडक़ी) के लिए एक लाख रूपया की मदद करने का बीड़ा उठाया था लेकिन इस संकट के समय पूरे राजस्थान के 33 जि़लों के शामियाना परिवार ने मदद का परिचय देते हुए सभी सदस्यों ने अपनी क्षमता अनुसार आर्थिक मदद कर 1000000/ दस लाख रूपया इकट्ठा करने में अपनी योगदान दिया यह राशि उन तीनों बच्चों के नाम बैंक में स्नष्ठ करवा कर दिनांक 26 मई 2022 को उनके निज निवास स्थान राजगढ़ ( अलवर) में रस्म पगड़ी दस्तूर पर सोपी जायेगीं जो कि पूरे भारतवर्ष में एक मिशाल क़ायम होगी में इस संकट की घड़ी में मददगार राजस्थान शमियाना परिवार के सभी सदस्यों का बहुत बहुत आभारी हूँ आशा करता हूँ कि आप भविष्य में भी सहयोग व संगठन को मज़बूती प्रदान करते रहेंगे ।