रावत ने कहा, “नियंत्रण रेखा पर स्थिति किसी भी समय खराब हो सकती है. हमें हर कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा.”
3 महीने में हुईं संघर्ष विराम की 950 घटनाएं
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी (G Kishan Reddy) ने पिछले महीने लोकसभा में कहा था कि “अगस्त 2019 से अक्टूबर 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा से लगी सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की 950 घटनाएं हुई हैं.”
आपको बता दें जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सोमवार को भारतीय सेना और संदिग्ध घुसपैठियों के बीच भीषण गोलीबारी में भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना भारतीय चौकियों पर भारी गोलाबारी करके संदिग्धों की घुसपैठ में सहायता कर रही है.
संदिग्ध गतिविधियों की मिली थी जानकारी
उन्होंने बताया कि सेना के जवानों को सुंदरबनी सेक्टर में केरी बटाल क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के पास ‘‘संदिग्ध गतिविधियों’’ की जानकारी मिली. उन्होंने बताया कि एक जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी की गई, जिसपर भारतीय सैनिकों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की.
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि अंतिम सूचना मिलने तक गोलीबारी जारी थी. पाकिस्तान सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर पुंछ जिले के कृष्णाघाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास मोर्टार के साथ छोटे हथियारों से गोलाबारी की. भारतीय सेना के जवानों ने गोलीबारी का प्रभावी ढंग से जवाब दिया.