-भारी विरोध के चलते पार्टी तीन सीटों पर शीघ्र कर रही है पुनर्विचार
जयपुर (हरीश गुप्ता )। भारतीय जनता पार्टी की पहली और दूसरी सूची में तीन सीटों पर विवाद खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे। अब पार्टी ने तीनों सीटों सांगानेर, चित्तौड़गढ़ और सांचौर पर प्रत्याशी बदलने का मानस बना लिया है।
गौरतलब है भाजपा की पहली सूची में सांसद देवजी पटेल को सांचौर और दूसरी सूची में सांगानेर से भजनलाल व चित्तौड़गढ़ से नरपत सिंह राजवी को प्रत्याशी बनाया गया। इस सूची के बाद सांचौर में देवजी पटेल का खुलकर विरोध हुआ। एक जगह से तो उन्हें भागना पड़ा था।
सूत्रों की माने तो सांचौर से दानाराम और जीवाराम टिकट मांग रहे थे। देवजी पटेल के बाद दोनों एक हो गए। उन्होंने आलाकमान तक स्पष्ट मैसेज दे दिया कि दोनों में से किसे भी टिकट दिया, तो ठीक है वरना पार्टी की खिलाफत होगी। इसका सीधा असर लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। गौरतलब है देवजी पटेल तीन बार से सांसद बन रहे हैं।
इसी तरह सांगानेर से भजनलाल को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अशोक लाहौटी समर्थक विरोध में आ गए हैं। उन्होंने ऐलान कर दिया है कि लाहौटी को टिकट नहीं दिया तो वह पार्टी का साथ नहीं देंगे। वैसे भी उनका कहना है कि भजनलाल बाहरी व्यक्ति है। लाहौटी के समर्थन में कुछ वैश्य समाज ने भी अपनी एकता का संदेश दिया है। माना जाता है कि वैश्य समाज बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक है।
चित्तौड़गढ़ से नरपत सिंह राजवी के प्रत्याशी बनाए जाने के बाद खुद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के घर में तोड़फोड़ तक कर डाली गई। वहां का पार्टी का कार्यकर्ता जबरदस्त विरोध में है। हालांकि, पार्टी की ओर से उन्हें समझाया गया कि राजवी पूर्व में भी वहां से विधायक रहे हैं, इसलिए बाहरी नहीं है। लेकिन वहां के कार्यकर्ता कुछ भी सुनने को तैयार ही नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि यूं तो झोटवाड़ा सीट पर भी विवाद है, लेकिन सांगानेर, चित्तौड़ और सांचौर के प्रत्याशी पर पुनर्विचार का पार्टी ने मानस बना लिया है। हो सकता है एक-दो दिन में तीनों सीटों पर प्रत्याशी बदल दिए जाएं।