– हेम शर्मा।

पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग संख्या 15 स्थित करमिसर फांटे पर सड़क के दोनों ओर ट्रक मरम्मत व भवन निर्माण सामग्री हटाने का मुद्दा पिछले कई सालों से उठा रहे हैं। प्रशासन कुछ नहीं कर पाया है। जब पूर्व मंत्री की ओर से उठाए गए वाजिब मुद्दे का यह हश्र है तो आम जनता की आवाज की वख्त ही क्या है। जनता रोजमर्रा के जीवन में ऐसी कई दिक्कतों को मन मसोस कर भुगत रही है। कोई सुनने वाला ही नहीं है। भाटी जी की धार कम हो गई है या प्रशासन संवेदनहीन है ? भाटी ने मार्ग संख्या 15 पर ट्रक ट्रैक्टर खड़े रहने को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, बीकानेर महा निरीक्षक पुलिस, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक व परियोजना निदेशक को कड़ा एतराज जताया है । भाटी ने पहले भी कई बार एतराज जताया और धरने की घोषणा की थी। अब फिर ऐसा ही करने जा रहे हैं। सरकार और प्रशासन औपचारिकता करके मुद्दे को भुलावे में डाल देती है। फिर ढाक के तीन पात हो जाते हैं। भाटी जी इस रास्ते से ही आते जाते हैं। बेशक समस्या है। यह राजमार्ग संख्या 15 करमीसर फांटा( पुरानी चुंगी) चोकी पर आए दिन होने वाली दुर्घटना व आमजन को होने वाली परेशानी का सबब बन गया है। करमीसर फांटे पर राजमार्ग के दोनों ओर सड़कों पर ट्रक मरम्मत कार्य इंट बजरी ट्रकों का कबाड़ रख कर विक्रय करते है जिस से मार्ग अवरूद्ध होता है। आमजन का आवागमन बाधित होता है। दुर्घटनाएं की आशंका बनी रहती हैं भाटी के पूर्व में दिए गए पत्र क्रमांक 535-37 दिनांक 24-11- 2021 पर कार्यवाही नहीं हुई। भाटी जी फिर 6 जनवरी को धरने पर बैठेंगे। यह है व्यवस्था का आलम। जन जीवन की इससे ज्यादा दुखदायी कई समस्याएं हैं भाटी जी कोई करें तो क्या करें। हमारे जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी , प्रशासन और जनता के बीच की भूमिका सुषुप्त हो गई है। तभी जनता को ये दिन देखने पड रहे हैं।

You missed