– प्रभारी मंत्री ने ली जिला अधिकारियों की बैठक, दिये आवश्यक दिशा निर्देश
जयपुर/श्रीगंगानगर, 5 अक्टूबर। ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिाकी एवं भू-जल, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्राी डॉ0 बी.डी. कल्ला ने सभी जिला अधिकारियों के साथ श्रीगंगानगर के जिला कलेक्ट्रेट के बैठक सभागार में सोमवार को बैठक ली।
बैठक में डॉ. कल्ला ने सभी जिला अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीगंगानगर जिला कई दिनों तक कोरोना काल में भी प्रथम स्थान पर रहा व यहां कोरोना के कोई भी केस नहीं रहे। लॉकडाउन के पश्चात रेग्युलर माईग्रेशन और होम क्वारेन्टीन में एडवाईजरी का उल्लघंन करने से श्रीगंगानगर जिले में कोरोना के मामलें बढ़े। उन्होंने सभी जिला अधिकारियों को अपने-अपने कार्यालयों में कोरोना एडवाईजरी का शत-प्रतिशत पालन करने के निर्देश दिये व कहा कि सभी अधिकारी अपने ऑफिस व वाहनों में स्टिकर व पोस्टर लगवाएं तथा हर समय 50 से 100 मास्क अपने पास रखें। बिना मास्क के किसी को भी कार्यालय में प्रवेश ना दें। उन्होंने कहा कि वाहन से यात्रा करते समय यदि किसी को भी मास्क के बिना देखें तो उसे रोककर मास्क पहनवाएं।
डॉ. कल्ला ने कहा कि पूरे विश्व में कोरोना वैक्सीन की खोज नहीं हो पाई है। इस समय मास्क ही वैक्सीन है और मास्क ही एक मात्र बचाव का साधन है। उन्होंने कहा कि समझाईश के बावजूद यदि कोई भी व्यक्ति मास्क पहनने से इंकार करे या कोरोना एडवाईजरी का उल्ल्घंन करे तो उसका चालान अवश्य काटें। उन्होंने कहा कि इस संकटमय कोरोना काल में सभी राजनैतिक दल बिना भेदभाव के कोरोना की लड़ाई में एक साथ खड़े हैं व हर आमजन को इस लड़ाई में स्वयं की रक्षा करनी होगी।
जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा ने जिले के सभी विभागों की संक्षिप्त में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की व कोरोना से लड़ने के लिये जिला प्रशासन की ओर से किये जा रहे नवाचारों, प्रयत्नों और कार्यों के विषय में अवगत करवाया। जिला कलक्टर ने बताया कि प्रतिदिन 250 से 450 कोरोना सैम्पल लिये जा रहे हैं व जिन लोगों में आईएलआई सिम्टमस व ट्रेवल हिस्ट्री है उनकी आवश्यक रूप से सैम्पलिंग की जाती है। जिला कलक्टर ने बताया कि पिछले दो माह में श्रीगंगानगर जिला नरेगा, मजदूरों के मामले में पूरे राज्य में प्रथम रहा है। जहां जुलाई से पूर्व 32 हजार नरेगा मजदूर थे, वहीं जुलाई के बाद 1 लाख 8 हजार 552 श्रमिक इस समय जिले में कार्यरत हैं। मंत्री डॉ. कल्ला ने पीएचईडी, जोधपुर डिस्कॉम के अधिकारियों को सूरतगढ़ से जुड़े बिजली व पानी के प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिये।