जयपुर। रंगो का त्यौहार धुलंडी का पर्व आज पांरपरिक रीति रिवाज एवं उत्साह के साथ मनाया जा रहा हैं. कोरोना की दूसरी लहर के चलते सरकार द्वारा हाली के लिए जारी की गई कोरोना गाईड लाइन की पालना करते हुए ही प्रदेशवासियों ने रविवार को होली का दहन किया. इस दौरान शुभ मुहुर्त में शहर में निर्धारित जगहों पर होलिका दहन कर खुशहाली की कामना की गई.

– लोगों ने दी होली की शुभकामनाएं:
होलिका दहन के पश्चात वहां पर उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को होली पर्व की शुभकामनाएं दी. साथ ही होलिका दहन में गेंहू की बालियों की सिकाई भी की गई. होलिका दहन के समय उपस्थित महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए पर्व के उत्साह को दोगुना किया. आपको बता दे कि पौराणिक परंपराओं तथा रिति रिवाज के चलते होली में जलने वाली आग को लोग सालभर अपने घरों में रखते है तथा उसी कंडों से पूजा अर्चना की जाती है। इसी के चलते होली में जलते कंडे भी घरों में ले जाए गए.
– होलिका दहन के वक्त की मंगलकामनाएं
– होलिका दहन के समय उपस्थित लोगों ने अच्छें जमाने की मंगलकामनाएं की.

इस दौरान लोगों को प्रसाद का वितरण भी किया गया. मालूम हो कि पौराणिक मान्यताओं के चलते भक्त प्रहलाद की याद में होली का पर्व मनाया जाता है. इस दौरान बुराई की प्रतिक होलिका का दहन किया जाता है. इस दौरान होलिका दहन से पूर्व शहरवासियो ने विभिन्न रंग बिरंगी वेशभूषा मे सजधजकर पारंपरिक गैर का जमकर नृत्य किया.