

:-प्रशासन ने सभी को किया गया कॉरेन्टाइन
बिहार(सुपौल) ओम एक्सप्रेस -राजस्थान के जयपुर से 15 बसों में सवार होकर प्रवासी मजदुर बिहार के सीमावर्ती बिहार के सुपौल जिला पहुंचे जंहा बीरपुर राजकीय 10 +2 उच्च विद्यालय प्रांगण में 700 प्रवासी मजदूरों के स्कैनिंग के लिए चिकित्सा दलों के जांचोपरांत कोरेन्टाइन सेंटर में भेजे गए वही कॉरेन्टाइन सेंटर में मजदूरों की टोली जिला प्रशासन ने गाड़ियों में ऐसे भेजे जो सोशल डिस्ट्रेसिंग की खुलेआम मजाक उड़ायी जा रही थी इधर प्रवासी मजदूरों ने सरकार के दावे को झूठा करार देते हुए बतलाया की वो प्रत्येक व्यक्ति साढ़े 4 हजार रूपये बतौर देकर प्राइवेट बसों से पहुंचे है जबकि कई मजदुर पैदल और साईकिल से चल देने की बात कही है देखिये सबसे पहले इन तश्वीर को गौर से यंहा 15 बसों में सवार होकर तक़रीबन 700 प्रवासी मजदुर सुपौल जिले के बीरपुर अनुमंडल मुख्यालय पहुंचे है


यंहा पहुंचे मजदूरों के लिए मेडिकल टीम में डाक्टरों द्वारा कोरोना संक्रमण के लक्षण के जाँच किये जा रहे है डाक्टर ने बताया की 384 मजदूरों का स्कैनिंग किया जा चूका है मगर उनलोगो को 14 दिनों के लिए स्थानीय कॉरेन्टाइन सेंटर में रखने की सलाह दी है वही दूसरी तश्वीर हैरान करने वाली है तमाम मजदूरों को बीरपुर हाई स्कुल से कॉरेन्टाइन सेंटर में भेजे जाने के लिए गाड़ियों में सामाजिक दूरियां तक का ख्याल नहीं रखा जा रहा है मजदूरों को एक ही गाड़ी में ठूस ठूस कर भेजे जाने की वीडियो इस बात की तक़सीद कर रही है की प्रशासनिक इंतजाम यंहा चौपट है वही मजदूरों ने राज्य सरकार के उस दावे को झूठा करार दिया है की उनलोगो को सरकारी व्यवस्था यंहा ले कर आयी है बल्कि उन्होंने खुद प्रत्येक शख्स द्वारा साढ़े 4 हजार रूपये देकर एक बस में 28 मजदुर सवार होकर पहुंचे है हांलाकि जिला प्रशासन इन तमाम सवालों के बाबत 700 प्रवासी मजदुर पहुँचने और कॉरेन्टाइन सेंटर भेजे जाने की बात कही ।
