पंजाब से राज्य के मूल्य में अभी भी 15 रुपये का अंतर
जयपुर।। राजस्थान सरकार ने भी पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर दिया है। पेट्रोल पर 4 रुपए और डीजल पर 5 रुपए टैक्स कम किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मंगलवार आधी रात से नई कीमतें लागू हो जाएंगी। केंद्र सरकार ने दिवाली से एक दिन पहले पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में प्रति लीटर 5 और 10 रुपए की कटौती की थी। इसके बाद कई राज्यों ने अपने यहां पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम कर दिया था। राजस्थान सरकार अब तक इस पर फैसला नहीं कर पाई थी।
अशोक गहलोत ने बीच में टैक्स घटाने के संकेत जरूर दिए थे। देश में सबसे महंगा पेट्रोल राजस्थान में ही मिल रहा था। गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मंत्रिमंडल की बैठक में पेट्रोल/डीजल पर वैट की दर कम करने का फैसला लिया गया। इससे राज्य सरकार को 3500 करोड़ रुपए सालाना राजस्व का नुकसान होगा।
वहीं राज्य सरकार के मंगलवार रात लिये गये फैसले के उपरांत भी पंजाब से होने वाली डीजल व पेट्रोल की तस्करी की रोकथाम नहीं हो पायेगी। पंजाब में पेट्रोल करीबन 95 रुपये प्रति लीटर है जबकि राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में इसकी दर 116 रुपये प्रति लीटर है। इस तरह से 21 रुपये प्रति लीटर का भावांतर होने के कारण जिले में पेट्रोल-डीजल की बिक्री में 50 प्रतिशत से भी ज्यादा कमी हो गयी थी।
राज्य सरकार के नये फैसले का भी ज्यादा लाभ उपभोक्ताओं को नहीं मिल पायेगा। पंजाब और राजस्थान के बीच अगर सभी तरह के टैक्स कम कर दिये जायें तो भी कम से कम 15 रुपये प्रति लीटर का अंतर तो रहेगा ही। वहीं एक टिप्पणीकार ने गहलोत सरकार के निर्णय पर कहा है कि अगर राजस्थान में चुनाव होते तो जनता को भारी छूट मिलती। संभवत: पंजाब के बराबर भाव हो जाते। उल्लेखनीय है कि पंजाब में आगामी दिनों में चुनाव हैं और इसी कारण चरणजीतसिंह चन्नी की सरकार ने पेट्रोल-डीजल के भावों में भारी कमी कर दी थी। इससे राजस्थान-पंजाब के बीच भारी भावांतर पैदा हो गया। अब राज्य सरकार के फैसले को भी स्थानीय पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के लिए उत्साहजनक नहीं कहा जा सकता।

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