बीकानेर। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि 22,500 करोड़ रुपए के निवेश से अमृतसर को जामनगर से जोड़ने वाला 917 किमी लंबाई का ग्रीनफील्ड 6-लेन एक्सेस कंट्रोल्ड कॉरिडोर उत्तरी और मध्य भारत के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने तथा आयात और निर्यात गतिविधियों को बढ़ाने की मजबूत पहल है। इस मार्ग के राजस्थान में 15000 करोड़ रुपए की लागत से 637 किमी 6-लेन इकोनॉमिक का 93% काम पूरा हुआ है। यह कॉरिडोर पंजाब में 155 किमी और गुजरात में 125 किमी बन रहा है। उद्योगों एवं आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना यह इस परियोजना का महत्वपूर्ण उद्येश्य है। भविष्य में 10-लेन तक विस्तार के विकल्प के साथ 6-लेन राजमार्ग को 100 किमी प्रति घंटा रफ्तार की गति के लिए डिझाइन किया जा रहा है। इस परियोजना से अमृतसर और जामनगर के बीच यात्रा की दूरी 23 घंटों की बजाय सिर्फ 12 घंटों में तय की जा सकेगी। यह कॉरिडोर पंजाब – हरियाणा – राजस्थान और गुजरात इन चार राज्यों के 15 जिलों से गुजरता है। यह कॉरिडोर पंजाब – हरियाणा – जम्मू और कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों को जामनगर और कांडला में गुजरात के प्रमुख वाणिज्यिक बंदरगाहों से जोड़ने के लिए एक अभिन्न धमणी के रुप में कार्य करेगा। यह कॉरिडोर है जो देश की 3 रिफायनरी पंजाब की भटिंडा रिफायनरी, राजस्थान की बाड़मेर रिफायनरी एवं गुजरात की जामनगर रिफायनरी को जोड़ेगा। गति शक्ति के स्पिरिट से विकसित यह कॉरिडोर 7 बंदरगाह, 9 प्रमुख हवाई अड्डे और एक मल्टि मोडल लॉजिस्टिक पार्क को जोड़ता है। यह कॉरिडोर अमृतसर, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और कच्छ जैसे पर्यटन स्थलों के लिए उच्च प्रति की कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।