बीकानेर।राजस्थान की साफा संस्कृति के संरक्षण व समय समय पर किये जाने वाले नवाचार व विश्व की 522 मीटर की सबसे बड़ी पगड़ी बांधने का विश्व रिकॉर्ड व आँखों पर पट्टी बांधकर साफा बांधने की सिद्धहस्त कला के कारण स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड अधिकारी संजीव कुमार वर्मा ,सी ओ लुणकरनसर नोपाराम भाखर व बी डी ओ शीला देवी के हाथो फुलदेसर निवासी पन्डित जी साफ़ा वाले नाम से विख्यात स्वरूप पंचारीया को यह सम्मान प्राप्त हुआ।.
पंचारीया राजस्थानी साफा संस्कृति को विश्व के आम जन तक पहुँचाने हेतु पिछले पाँच वर्षों से धरातल पर कार्यरत है।.विलुप्त होती संस्कृति को नवाचारों के माध्यम से बचाने में अग्रणी पंचारीया माचीस की तिल्ली पर , अंगुलियों पर , साफा बांधने की महारत हासिल है।