– प्रवासियों की वजह से गांवों में पसरने लगा संक्रमण 3209 प्रवासी संक्रमित, राज्य की सीमाओं पर आवाजाही पर पाबंदी
-संक्रमण के बढ़ने के बावजूद लोग बेपरवाह, नहीं कर रहे सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाने का पालन, गांवों व कस्बों में नहीं सख्ती
● तिलक माथुर केकड़ी_राजस्थान
देश व राज्य में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मरीजों की संख्या ने चिंता बढ़ा दी है, लेकिन अब भी लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे जिसके चलते संक्रमण के बढ़ने का खतरा और ज्यादा हो गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी गत दिनों चेतावनी दी थी कि अभी संक्रमण का पीक समय बाकी है, स्थिति और खतरनाक हो सकती है। उल्लेखनीय है कि गत दिनों सरकार द्वारा लॉकडाउन में दी गई छूट के बाद से लोग बेपरवाह हो गए हैं। कहीं भी सरकारी एडवाइजरी सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाने का पालन नहीं हो रहा, गांवो व कस्बों के हालात तो और विकट हैं। जिस तरह देश व राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, लगता नहीं कि हालात जल्द ठीक होंगे। ऐसे में सरकार फिर से लॉकडाउन में दी गई छूट में कटौती कर सख्ती बरतने को विवश हो सकती है क्योंकि लोग तो ऐसे मानने वाले हैं नहीं। लॉकडाउन में मिली ढील के बाद से लोग बेवजह घरों से निकल रहे हैं, जैसे कोरोना संक्रमण का खतरा टल गया हो। गांवो, कस्बों में तो जनजीवन इतना सामान्य दिखाई दे रहा है जैसे कुछ हुआ ही नहीं है। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाने जैसी एडवाइजरी की तो बिल्कुल परवाह है ही नहीं, वहीं प्रशासन व पुलिस भी इस मामले में निश्चिंत हो गए हैं। पुलिस कर्मियों के सामने लोग बिना किसी डर के मास्क लगाए बिना ही आ-जा रहे हैं, बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने वाला कोई नजर नहीं आता।
ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, अगर यही हाल रहे तो आने वाले दिनों में इसके परिणाम विस्फोटक होंगे ! देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तीन लाख छूने को आमादा है, आज का आंकड़ा 2 लाख 76 हजार पार कर चुका है। देश में पिछले दिनों से संक्रमितों के बढ़ने का सिलसिला रोजाना करीब दस हजार हो गया है। वहीं राजस्थान में भी संक्रमितों की संख्या में रोजाना इज़ाफ़ा हो रहा है। राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा ग्यारह हजार पार कर चुका है, जो रोजाना बढ़ता ही जा रहा है। आज ही यह संख्या 11,368 थी जिसमें से अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी कोरोना पॉजिटिव की संख्या 3,209 हो गई है। प्रवासियों के लगातार आने की वजह से गांवों में भी अब संक्रमण का ख़तरा बढ़ता जा रहा है, इसी के मद्देनजर आज राज्य सरकार ने अहम फैसला लेते हुए राजस्थान से सटी अन्य राज्यों की सीमा पर पुलिस की चौकसी बैठा दी है, अन्य राज्यों से आने-जाने वाले लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई है केवल इमरजेंसी में लोग कलक्टर, एसपी, एसडीएम, डीएसपी से स्वीकृति के ही आ जा सकेंगे।
राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के ग्राफ ने सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है जिसके चलते आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कोर ग्रुप के साथ आपात बैठक बुलानी पड़ी। इस बैठक में संक्रमण को रोकने के लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं। हालांकि राज्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा के बेहतरीन मैनजमेंट के चलते कोरोना मरीजों के नेगेटिव (रिकवर) होने का ग्राफ 75 प्रतिशत तक पहुंच गया है, लेकिन संक्रमण का ग्राफ भी दिनों दिन बढ़ता जा रहा है जो कि प्रदेशवासियों के लिए चिंता का विषय है। ध्यान रहे कोरोना संक्रमण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी गत दिनों चेतावनी देते हुए कहा है कि अभी कोरोना का पीक समय आना बाकी है, देश में लॉकडाउन में ढील के बाद संक्रमण में हो रहे तेजी से इजाफे के बाद यह और खतरनाक व विस्फोटक हो सकता है। ऐसे में अब भी वक्त है संभलने का अब भी अगर हम नहीं संभले तो भीषण होंगे इसके परिणाम।