बीकानेर बीकानेर में भादवा शुक्ल तेरस बुधवार को भैरूनाथ का अभिषेक, जोत, आरती के पश्चात रात 10 बजे भव्य जागरण नगर विकास न्यास के पूर्व न्यासी व ट्रस्ट के संरक्षक ख़ुमराज पंवार, शिक्षाविद भगवानदास पड़िहार, सेवा निवृत्त अधीक्षण अभियंता विजेंद्रकुमार बंसल, कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार, सखा संगम के अध्यक्ष एन डी रँगा, चंद्रशेखर जोशी, डी पी गहलोत, हुकमसिंह तंवर, धनराज कच्छावा, ट्रस्ट के अध्यक्ष अजयसिंह पंवार उर्फ ओमसा, शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष हीरालाल हर्ष, राजस्थानी भाषा साहित्य अकादमी के कोषाध्यक्ष साहित्यकार राजेन्द्र जोशी, रामजीवण, हरिमोहन, भोपा दीपक गहलोत, हुकमसिंह तंवर, अनूप पंवार, बृजगोपाल जोशी (पी.ए.) नागेश्वर जोशी, भगवन्तसिंह पंवार, शशिशेखर जोशी, शशांक शेखर जोशी, ललित लालवानी व विनोद शर्मा तथा समस्त पंवार परिवार के सानिंध्य व हजारों की संख्या में उपस्थित भक्तों के श्रवण से रात्रि जागरण सम्पन्न हुआ।
चिया महाराज के निर्देशन में गायक नानू ने गणेश भजन ‘भैरूंनाथ रा घुघरिया जद आंगणे में बाजे रे’ से जागरण की शुरुआत की। गायक कलाकार राधेश्याम बिस्सा ने ‘सगळा कष्ट मिटासी रे भैरूंनाथ’, इतना वर तो म्हानै दीज्यो नित उठ जोड़ूँ हाथ बाबा भैरूंनाथ, राज कलकत्ता ने – कंकाली रो लाल म्हारो प्यारो भैरूंनाथ, जाग-जाग रे मतवाला भैरूं थारी मनोहर गाऊं रे, रामदेव गहलोत ने – भैरूंजी म्हारो भायलो रे, भक्त बुलावे थाने आणो पड़सी, हेलो सुण ले भैरूंनाथ सुनाकर वाह वाही लूटी। नवप्रीत गनगांगर पार्टी ने राधा-कृष्ण रूप में – कान्हा कंकरिया मत मार मटकी फुट जावेली, चुनरिया भीग जावेली, शिव-पार्वती रूप झांकी में- मैं घोटत-घोटत हारी भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को खूब रिझाया। भक्तिरस में श्रोता इतने भावविभोर हो गए कि कब भोर हो गई, भक्तों को पता ही नहीं चला। मंदिर ट्रस्ट की तरफ से शिक्षाविद भगवानदास पड़िहार ने सभी भक्तों का आभार माना।