“ चीफ एंड डिप्टी लीगल एड डिफेंस काउंसिल “ में नियुक्त अधिवक्ताओं का प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न


जयपुर,(दिनेश शर्मा “अधिकारी “)। प्रदेश की विभिन्न अदालतों में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की लाभकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से राजस्थान पुलिस अकादमी में चल रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में प्रथम दो दिन “चीफ एंड डिप्टी लीगल एड डिफेंस काउंसिल “ में नियुक्त अधिवक्ताओं को आमजन के हितार्थ “ सस्ता, सुलभ, त्वरित और निशुल्क न्याय “ उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध विभिन्न जिलों में तैनात होने वाले इन अधिवक्ताओं को प्रशिक्षण के दौरान कारागार में बंद कैदियों को निशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराने की भी विधिक जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण शिविर में रालसा के सदस्य सचिव दिनेश कुमार गुप्ता ,निदेशक संजय कुमार , उप सचिव रवि कांत सोनी, स्वाती राव, विशेष सचिव पुरुषोत्तम लाल सैनी हाई कोर्ट विधिक सेवा समिति सचिव अनुतोष गुप्ता, जब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पदाधिकारी गण एवं न्यायाधीश गणों ने भी नियुक्त अधिवक्ताओ को प्रशिक्षण दिया ।
रालसा के प्रशिक्षण शिविर के प्रथम दिन 19 जनवरी को प्रथम एवम् द्वितीय सत्र में सदस्य सचिव दिनेश गुप्ता ने प्रशिक्षण का उद्घाटन करते हुए परिचय सत्र से शुभारंभ किया। निदेशक संजय कुमार, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव जयपुर मेट्रो – प्रथम, आशका राव ने “ लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम “ से संबंधित लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम अन्य की तुलना में बेहतर क्रियान्वयन पर प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया।
इसी दिन तीसरे तकनीकी सत्र में मुख्य लीगल एड डिफेंस काउंसिल ग्रुप प्रथम को विशेष सचिव पुरुषोत्तम लाल सैनी ने “ लीडरशिप एवं टीम निर्माण” और “प्रबंधन विनिर्माण” विषय पर, हाईकोर्ट विधिक सेवा समिति सचिव अनुतोष गुप्ता ने “कुशल प्रशासकीय प्रबंधन और देखभाल एवम् नियंत्रण “ विषय पर, डिप्टी चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल “ ग्रुप 2 “को एडवोकेट पुनीत गर्ग,माधवेंद्र सिंह ने टीम वर्क , फाइलिंग एवम् दस्तावेज प्रबंधन, और लीगल रिसर्च विषय पर रालसा के लीगल रिसर्चर सलिल कुमार त्रिपाठी ,अनुकृति चौधरी ने प्रशिक्षण दिया ।
चौथे तकनीकी सत्र में जयपुर केंद्रीय कारागार का भ्रमण कर कैदियों से रूबरू कराया। संयुक्त सचिव धीरज शर्मा ने कैदियों के परिजनों से मुलाकात कर जरूरतमंदो को नि:शुल्क विधिक सहायता उपलब्ध होने वाली योजनाओं के बारे में बताया। इस दौरान जेल के अंदर ऑफिस कल्चर, आंतरिक कार्यप्रणाली से प्रशिक्षणार्थियों को रूबरू करवाया।
अगले दिन 20 जनवरी को पांचवें तकनीकी सत्र में उप सचिव रविकांत सोनी और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर मेट्रो द्वितीय, सचिव विक्रम सिंह भाटी ने एडवोकेसी स्किल और ड्राफ्टिंग, जमानत एवम् विविध प्रार्थना पत्र, अपील विषय पर ओपन हाउस डिस्कशन कर प्रशिक्षणार्थियों को कानूनी तकनीकों की बारीकियों से अवगत कराया।
छठे सत्र में राजस्थान हाईकोर्ट विधिक सेवा समिति सचिव अनुतोष गुप्ता और जयपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव समरेंद्र सिंह सिकरवार ने अधिवक्ता पेशे में “सेशन एवम् मजिस्ट्रेट ट्रायल, गवाह परीक्षण और बहस “ विषय पर ओपन हाउस डिस्कशन कर प्रशिक्षणार्थियों के ऑब्जेक्शन को क्लियर किया।
इसी दिन सातवें और आठवें सत्र में रालसा संयुक्त सचिव धीरज शर्मा और उप सचिव रविकांत सोनी ने गिरफ्तारी से पहले दी जाने वाली विधिक सहायता और गिरफ्तारी के बाद रिमांड स्टेज पर दी जाने वाली विधिक सुविधा को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराने की जानकारी दी। निदेशक संजय कुमार और सदस्य सचिव दिनेश गुप्ता ने वकालत पेशे की आधारभूत संरचना की जानकारी देकर ओपन हाउस डिस्कशन में उनके डाउट क्लीयर कर प्रशिक्षण दिया।

