सूरतगढ़ 26 जून ।आपातकाल 1975-77 की बरसी पर आपातकाल लोकतंत्र सेनानी शराबबंदी आमरण अनशन में प्राणोत्सर्ग करने वाले शहीद गुरूशरण छाबड़ा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जयकारे लगाए गए।
आपातकाल में बंदी रहे वरिष्ठ पत्रकार लेखक छाबड़ा के आंदोलनों के साथीगण 77 वर्षीय करणीदानसिंह राजपूत एवं बलदेव राज तनेजा(75) ने माल्यार्पण किया। राजपूत की पौत्री अनायासिंह (7)ने गुरूशरण छाबड़ा की प्रतिमा को चरण स्पर्श कर नमन किया।


प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 25 जून को आपातकाल की कार्यवाही शुरू हुई और आधी रात को 26 जून 1975 को आम लोगों को मालुम हुआ।
आपातकाल के विरोध में 26 जून को राजस्थान में पहली आमसभा सूरतगढ़ में स्व.गुरूशरण छाबड़ा की नेतृत्व में हुई। अगले ही दिन से गिरफ्तारियां शुरू हो गई और इसके बाद प्रदर्शन भी हुए। यहां से 12 लोग राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और 12 भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धाराओं में गिरफ्तार किए गए। गुरूशरण छाबड़ा जनता पार्टी की ओर से सूरतगढ़ सीट से 1977 में विधायक चुने गए। राजस्थान में संपूर्ण शराबबंदी आमरण अनशन करते हुए 3 नवंबर 2015 को प्राण त्याग दिए।०0०