

पाकिस्तान पीएम की ताजपोशी, पंजाब के जाती उमरा गांव से खास है कनेक्शन,
चंडीगढ़ : पाकिस्तान मुस्लिम लीग (N) के नेता शहबाज शरीफ की पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के रुप में ताजपोशी हो चुकी है। उधर उन्होंने पद और गोपनीयता की शपथ ली, इधर भारत के पंजाब के एक गांव में जश्न शुरू हो गया। इस गांव में अरदास की गई और सभी खुश हो गए। इस गांव का नाम है जाती उमरा। तरनतारन जिले में आने वाला यह गांव पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का पुश्तैनी गांव है। आजादी से पहले इसी गांव में उनका परिवार रहता था। आज भी यहां शहबाज के परदादा मियां मोहम्मद की कब्र है।
गुरुघर से खास कनेक्शन:
पाकिस्तान के लाहौर से इस गांव की दूरी सिर्फ 81 किलोमीटर है। साल 1932 की बात है जब शहबाज का परिवार पाकिस्तान चला गया था। आजादीके वक्त तक इस गांव के लोग लाहौर में उनकी फैक्ट्री में ही काम करते थे लेकिन फिर बंटवारा हो गया और उनका परिवार भी वहीं शिफ्ट हो गया। पूरा गांव 175 एकड़ में बसा है। यहहां एक गुरुघर बनाया गया है जो शहबाज शरीफ के परिवार की जमीन पर ही बना है। शहबाज को इस जमीन से आज भी लगाव है।
अरदास हुई, चादर चढ़ाई गई:
ग्रामीण बताते हैं कि उनके पीएम बनने के बाद यहां अरदास की गई और उनके परदादा की कब्र पर चादर चढ़ाई गई। जो भी यहां अरदास करने आता है शहबाज के परिवार को जरुर याद करता है। गांववालों का कहना है कि अब शहबाज शरीफ पाक के पीएम बन गए हैं तो दोनों देशों के रिश्तों की खटास जरुर कम होगी और नए रिश्ते की शुरुआत होगी।
गांव के नाम से ही मिल जाती है नौकरी:
ग्रामीण बताते हैं कि भले ही दो अलग देश बन गए हो लेकिन आज भी शहबाज के परिवार के इस गांव से उतना ही लगाव है। गांव के कई युवा वर्तमान में दुबई में शहबाज और नवाज शरीफ की फैक्ट्रियों में काम कर रहे हैं। वे बताते हैं कि वहां जाने पर उन्हें सिर्फ जाती उमरा गांव का नाम बताने से ही नौकरी मिल जाती है। गांव के लोग अलग-अलग माध्यम से भी इस परिवार से जुड़े हुए हैं।