नई दिल्ली,(दिनेश”अधिकारी”)।श्रीलंका में मिला दुनिया का सबसे बड़ा नीलम। श्रीलंकाई अधिकारों का कहना है कि दुनिया के सबसे बड़ा नीलम (एक कीमती रत्न) का एक क्लस्टर (समूह) श्रीलंका के एक आँगन में मिला है और वो भी ‘ग़लती’ से.।रत्नों के एक व्यापारी ने बताया कि यह विशाल नीलम कुछ मज़दूरों को उस समय मिला जब वो उनके आँगन में कुआँ खोद रहे थे.
घटना श्रीलंका के रत्नपुरा इलाके की है. जैसा कि नाम से ही ज़ाहिर है, इस इलाके में रत्न प्रचुर मात्रा में मिलते हैं।विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में धूमिल नीले रंग के इस नीलम की कीमत लगभग 100 मिलियन डॉलर (तकरीबन साढ़े सात अरब रुपये) होगी.
इस नीलम का वजन 510 किलोग्राम है. इसे सेरेंडिपिटी सफ़ायर नाम दिया गया है यानी- किस्मत से मिला नीलम.।जिनके घर में यह नीलम मिला उन्होंने बताया, “जो व्यक्ति खुदाई कर रहा था उसने हमें कुछ दुर्लभ रत्न मिलने की संभावना के बारे में बताया था और फिर बाद में हमें यह विशाल नीलम मिला.”उन्होंने सुरक्षा कारणों से अपना पूरा नाम और सटीक पता नहीं बताया.
जिसके घर में नीलम मिला वो तीसरी पीढ़ी के रत्न व्यापारी हैं. नीलम मिलने के तुरंत बाद उन्होंने अधिकारियों के बारे में बता दिया लेकिन इससे मिट्टी साफ़ करने और अन्य अशुद्धियाँ निकालने में एक साल से ज़्यादा समय लगा।इसके बाद जाकर ही इस नीलम की सही कीमत का अनुमान लगाया जा सका और इसकी गुणवत्ता की पुष्टि की जा सकी. बताया गया कि सफ़ाई के दौरान इससे कुछ रत्न गिर गए और पता चला कोई उच्च गुणवत्ता वाले नीलम हैं।रत्नपुरा को श्रीलंका की रत्न राजधानी के तौर पर जाना जाता है और सिंहली भाषा में इसका अर्थ होता है- रत्नों का शहर. अतीत में भी इस शहर से कई कीमती रत्न मिले हैं.।श्रीलंका दुनिया भर में पन्ना, नीलम और अन्य बेशकीमती रत्नों का प्रमुख निर्यातक है. पिछले साल श्रीलंका ने कीमती रत्नों, हीरों और गहनों के निर्यात से लगभग 50 करोड़ रुपये कमाए थे।मशहूर रत्न विशेषज्ञ डॉक्टर जैमिनी ज़ोय्सा ने कहा, “मैंने इतना बड़ा नीलम पहले कभी नहीं देखा. ये शायद 40 करोड़ साल पहले बना होगा.” हालाँकि विशेषज्ञों ने इस बात की ओर भी ध्यान दिलाया है कि भले ही इस नीलम की कैरेट वैल्यू बहुत ऊँची हो लेकिन मुमकिन है कि क्लस्टर के अंदर के रत्न उतने ज़्यादा कीमती न हों.।यह नीलम ऐसे वक्त में मिला है जब श्रीलंका के रत्न उद्योग को कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन की वजह से काफ़ी नुक़सान हुआ है.
रत्न उद्योग में काम करने वालों को उम्मीद है कि ‘किस्मत से मिला नीलम’ अंतरराष्ट्रीय ख़रीदारों और विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित करेगा.।नेशनल जेम ऐंड जूलरी अथॉरिटी ऑफ़ श्रीलंका के प्रमुख तिलक वीरसिंहे ने कहा, “यह ख़ास नीलम है. शायद दुनिया का सबसे बड़ा नीलम. इसका आकार और कीमत देखकर हमें लगता है कि यह विशेषज्ञों और संग्रहालयों का ध्यान अपनी ओर खींचेगा.”