कांग्रेस भांप चुकी विकेट उडऩे का खतरा!

सरदारशहर सीट पर हो रहे राजस्थान विधानसभा चुनावों के सेमी फाईनल मुकाबले में जीत के लिये ताकत झोंक चुकी कांग्रेस को इस बार अपना विकेट उड़ता नजर आ रहा है । हालांकि इस सीट पर मुकाबला सीधे तौर पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच हो रहा है लेकिन आरएलपी ने अपना खिलाड़ी मैदान में उतार का मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है। राजस्थान की सियासत में शॉर्प शूटर मानी जाने वाली आरएलपी ने कांग्रेस और बीजेपी से जाटों की नाराजगी को भांप कर ऐसे जाट को मैदान में उतारा है अपने समाज के वोटों का ध्रुवीकरण कर समीकरण बिगाड़ सकता है। बिगड़े समीकरणों का ज्यादा खतरा कांग्रेस पर मंडराता दिख रहा है,क्योंकि सरदारशहर सीट पर जाट कांग्रेस के कैडर वोट रहे है। ऐसे में अगर जाटों का रूझान आरएलपी की तरफ हो गया तो कांग्रेस का विकेट उडऩा तय माना जा रहा है। इस खतरें को भांपकर कांग्रेसी रणनीतिकारों ने डैमेज कंट्रोल करना शुरू कर दिया है। मगर फिलहाल सब खैरियत है।

जिधर देखूं तेरी तस्वीर नजर आती है..!

हिन्दी फिल्म का ये मशहूर गाना हमारे बीकानेर में शानदार तरीके से चरितार्थ हो रहा है । वैसे बिग-बी की फिल्म के इस रूहानी गाने का फिल्माकंन हसीना पर किया गया है मगर बीकानेर लोगों ने इसे शराब से जोड़ दिया है। वजह यह है कि बीकानेर में आबकारी अफसरों की मेहरबानी से जिधर देखों शराब ही शराब नजर आती है। एक जमाने में यहां गिनती के ठेके हुआ करते थे मगर अब तो कदम-कदम पर शो रूम स्टाईल के ठेके नजर आ रहे है। इन ठेकों पर शराब की चमकदार अंदाज में ब्रांडिंग भी हो रही है। शराब के बैनर,फ्लैक्स और बोर्ड लगे हैं । इसमें कोई दो राय नहीं है कि शराब पीना शरीर के लिये नुकसानदायी है,मगर ठेकों पर लगे साईन बोर्डो में यह लाईन गौर से देखने पर भी नजर नहीं आ रही । शराब बेचने की शर्ताे में यह सब जुर्मानें के दायरे में आता है,लेकिन आबकारी अफसर इस मामले मे जुर्माने के बजाय खुद की जेबें भरने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे है। इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।

ठेकेदारों को खुश रखने में ज्यादा दिलचस्पी

इस दिवाली पर बंपर गिफ्ट का रिकॉर्ड बना चुके न्यास अभियंता का नाम एक फिर सुर्खियों मेंं आ गया है। पता चला है कि ये अपने अधीन चल रहे निर्माण कार्यो में गुणवता से ज्यादा ठेकेदारों का ख्याल रखने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहा है। इसलिये ठेकेदार भी निर्माण कार्यो में गुणवता को ताक पर रखकर चहेते न्यास अभियंता को खुश रखने रस्में निभाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे। ऐसे में ठेकेदारों के साथ अभियंता के मधूर संबंधों के किस्से बीकानेर प्रशासनिक हल्कों में खूब सुनाई दे रहे है। इधर करोड़ो के निर्माण कार्यो में गुणवता को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों के कारण हमारे कलक्टर सॉब को खुद मौके पर जाकर जांच परख कर सख्ती दिखानी पड़ रही है। मगर बड़े मंत्री का आर्शिवाद होने के कारण अभियंता के रवैये पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। इसलिये फिलहाल सब खैरियत है।

मामले को ठंडा करने हो रही नोटों बौच्छार
हमारी पीबीएम होस्पीटल में लाखो रूपये की दवा सप्लाई से जुड़े फर्जी ऑर्डर के मामले को अब नोटों की बौच्छारों से ठंडा किया जा रहा है। इसलिये पुलिस भी मामले की परते खोलने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। पता चला है कि मामले की परतें खुलने पर होस्पीटल में लंबे अर्से से चल रहे फर्जी ऑर्डरों से दवाओं की सप्लाई का बड़ा खेल उजागर होने से दवा सप्लायर के साथ होस्पीटल के कई धूंरधर भी निपट सकते है । इसलिये पर्दे के पीछे बैठे होस्पीटल के कई जिम्मेदारों के साथ इस मामले को लेकर लाईम लाईट में आई फर्म गणेश डिस्ट्रिीब्यूटर का सप्लायर भी नोटों की बौच्छार करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है। खबर है कि मामले की जांच में लाखों रूपये नहीं बल्कि करोड़ों रूपये की दवा सप्लाई के फर्जी ऑर्डर सामने आ सकते है,मगर फिलहाल सब खैरियत है।

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