बेंगलूरु। अखिल भारतीय ओसवाल परिषद द्वारा स्नेह मिलन कार्यक्रम रविवार को हनुमंतनगर स्थित पन्नालाल चोरड़िया जैन भवन में संपन्न हुआ। इसमें जैन समाज की अनेक  संस्थाओं के पदाधिकारी एवं गणमान्य जन भी सम्मिलित हुए। ‘मातृछाया’ जैन महिला संगठन द्वारा पंच परमेष्ठी वंदना के पश्चात परिषद के चेयरमैन रायचंद खटेड़, राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक नागोरी, उपाध्यक्ष गौतमचंद नाहर, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ हनुमंतनगर के अध्यक्ष कल्याणसिंह बुरड़, तेरापंथ प्रोफेशनल फॉरम के मुख्य न्यासी माणिकचंद बलदोटा, आचार्य रामेश सुवर्ण दीक्षा जयंती महत्तम महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक किशोरकुमार कर्नावट मंचासीन हुए। राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक नागोरी ने स्वागत भाषण देते हुए जैन एकता एवं समाजसेवी गुणानुवाद-अभिनंदन के सुन्दर आयामों का वर्णन करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि छोटी छोटी बातों में कभी नहीं उलझना और समाज हित में कार्य करने वालों को प्रोत्साहन देना, ये दो मंत्र हैं समाज की उन्नति के। राष्ट्र एवं समाज हित के लिए  हम सबको मिलजुलकर एक दूसरे का उत्साह बढ़ाते हुए कार्य करना और सेवा कार्य करने वालों को हर तरह से प्रोत्साहित करना आवश्यक है और परिषद उसके लिए कृत संकल्प है। परिषद के संस्थापक चेयरमैन रायचंद खटेड़ ने अपने वक्तव्य में अखिल भारतीय ओसवाल परिषद द्वारा समग्र जैन समाज की एकता के लिए प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए कहा कि ओसवाल परिषद जैन समाज के सभी संप्रदायों की संस्था है और बिना किसी सांप्रदायिक भेदभाव के उपलब्धियों के आधार पर व्यक्तियों, संस्थाओं एवं धर्म गुरुओं का सम्मान निरंतर करते रहेगी। तेरापंथ प्रोफेशनल फॉरम के मुख्य न्यासी माणिकचंदजी बलदोटा ने परिषद के जैन एकता को सुदृढ़ बनाने के लक्ष्य की सराहना की। मंचासीन श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, हनुमंतनगर के अध्यक्ष कल्याणसिंह बुरड़ एवं महत्तम महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक किशोरकुमार कर्नावट ने ओसवाल परिषद के विभिन्न आयामों पर संतोष व्यक्त किया। विश्व प्राणी कल्याण मंडल के संस्थापक दयानंद स्वामी ने हिंसा मुक्त, पशु बलि मुक्त, मांस निर्यात मुक्त सशक्त राष्ट्र निर्माण की आवश्यकता एवं इस हेतु भगीरथ कार्य करने की आवश्यकता बताई। ‘हम’ जैन समाज सेवी संगठन की संस्थापिका मंजु लुंकड़ ने परिवार सशक्तिकरण, भक्तामर हीलिंग के विद्वान जैविन जैन ने सम्यक् श्रद्धा के महत्त्व, विश्व प्राणी कल्याण मंडल के मार्गदर्शक उत्तमचंद छाजेड़ ने अहिंसा एवं जीवदया की सर्वोपरिता के संबंध में विचार व्यक्त किए।  

सभा में परिषद की सदस्य निर्देशिका प्रकाशित करने की तैयारियों एवं अखिल भारतीय स्तर पर सम्मान समारोह आयोजित करने, देशभर के सभी बड़े नगरों शाखाओं के गठन करने का कार्य प्रारंभ करने की योजना की जानकारी दी गई। इसके साथ ही परिषद को सुदृढ़ करने हेतु अन्य विषयों पर भी विचार विमर्श आमंत्रित किए गए। समारोह की सुचारू व्यवस्था में सह मंत्री द्वय महेशजी चौधरी, विजयसिंह भूतोड़िया कार्यकारिणी सदस्य नोरतनमल चोरड़िया, ताराचंद मेहता, ज्ञानचंद मेहता का सुंदर सहयोग रहा । उपाध्यक्ष गौतमचंद नाहर ने प्रायोजक अशोककुमार, दर्शनकुमार, लवेश नागोरी परिवार का स्नेह मिलन के सुन्दर आयोजन हेतु आभार प्रकट किया। विश्व प्राणी कल्याण मंडल के मार्गदर्शक उत्तमचंद छाजेड़ द्वारा मांगलिक पाठ के द्वारा सभा का समापन हुआ। महामंत्री डॉ विजयकुमार सुराणा ने बताया कि कार्यक्रम में अग्रणी समाजसेवी नारी रत्न शकुंतलादेवी छाजेड़, रत्न हितेषी श्रावक संघ के अध्यक्ष पदमराज मेहता, धीर के संस्थापक धीरेन्द्र जैन, समाज के गणमान्य दिनेशकुमार पगारिया, पारसमल लूणिया, जसवंतकुमार मांडोत, ईटा जैन संघ के उपाध्यक्ष रमेश दक, बसवनगुडी संघ के मनोहर सेठिया, नगरथपेट संघ के चंदनमल बालर, अखिल भारतीय जैन अल्प संख्यक महासंघ के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष गौतमचंद धारीवाल, साधुमार्गी जैन संघ के कोषाध्यक्ष सुनील नन्दावत, पार्क वेस्ट जैन संघ के विजयराज गांधी, ईटा वासुपूज्य जैन संघ के अध्यक्ष पृथ्वीराज मेहता, मेवाड़ पेलेस के ट्रस्टी मूलचंद पोरवाड़, जैन युवा संगठन के निवर्तमान अध्यक्ष रूपचंद कुमट, पूर्व मंत्री दिनेश खिंवसरा, कुलदीप नंदावत, महावीरचंद चोपड़ा, महेन्द्रकुमार लूणिया महावीरचंद पगारिया, लालचंद बोहरा, मातृछाया की मार्गदर्शिका त्रिशला कोठारी, समाजसेवी रेणु रांका आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के पश्चात सुस्वादु भोजन की उत्तम व्यवस्था की लोगों ने प्रशंसा की।

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