विद्यार्थियों से 5-5 रूपए मांग कर सरकार ने खुद को किया दिवालिया घोषित
मीडिया कर्मियों का भी 50 लाख का बीमा करवाए सरकार
अनूप कुमार सैनी
अम्बाला, 19 अप्रैल। हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने कहा है कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह नगर अम्बाला छावनी में एएनएम की पॉजीटिव रिपोर्ट ने सरकारी दावों की पोल खाेल कर रख दी है।
इसी के साथ ही प्रदेश के सभी विद्यार्थियों से 5- 5 रुपए मांगकर सरकार ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है। चित्रा सरवारा ने प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही जंग के पुख्ता इंतजामों के ऐलान पर तंज कसते हुए कहा है कि एनएचएम स्वास्थ्य विभाग कर्मियों को कोरोना पीड़ित रैड जोन में बिना पीपीई किट भेजकर न केवल उनकी जान को जोखिम में डाला जा रहा है बल्कि उनके संपर्क में आने वाले लोगों पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अम्बाला में तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पीपीई किट समेत अन्य सुरक्षा उपकरणों के आभाव के कारण सार्वजनिक तौर पर आवाजें उठाने लगे हैं। हम भी सरकार से कर्मचारियों की यह मांग उठाते रहे हैं, काश सवास्थ्य मंत्री कर्मचारियों की आवाज दबाने की जगह उनकी मांगे पूरी करने पर ध्यान देते।
चित्रा सरवारा ने कहा कि सिर्फ तनख्वाह डबल कर देना ही सब कुछ नहीं होता जीवन रक्षक उपकरण उपलब्ध करवाना उससे भी बड़ी जिम्मेवारी होती है। उन्होंने कहा कि जब स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह क्षेत्र में ही स्वास्थ्य कर्मचारियों को उनकी सुरक्षा का सामान उपलब्ध नहीं है तो बाकी जिलों के अस्पतालों और ग्रामीण डिस्पेंसरियों में क्या हालत होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
उनका कहना था कि स्वास्थ्य मंत्री हमें आज तक यह भी बताने में नाकाम रहे हैं कि अम्बाला और आसपास के जिलों के सरकारी हॉस्पिटल में कितने वेंटिलरो उपलब्ध करवाए जा चुके हैं।
उन्होंने मांग की कि जिस तरह प्रशासन और सेंट्रल गर्वनमेंट अपने स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का 50 लाख का बीमा करवा रही है, उसी तर्ज पर सभी मीडिया कर्मियों का भी बीमा करवाना चाहिए।
चित्रा सरवारा ने देश के प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है कि मीडिया कर्मी चाहे प्रिंट मीडिया के हों या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के हों, सभी दूरदराज गली, मोहल्ले, बस्तियों में जाकर सारी कवरेज करते हैं। इनके लिए भी खबरें एकत्रित करने का कार्य बहुत मुश्किल है। सभी मीडिया कर्मी अपनी जान पर खेल कर कवरेज कर रहे हैं और जहां कहीं भी कोई मुश्किल में फंसा होता है वे उनकी आवाज प्रशासन अैर सरकार एवं विपक्ष तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

उन्होंने कहा कि जिस तरह स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एक जीवन दान दे रहे हैं, उसी तरह मीडिया कर्मी भी उसी कड़ी में है, जहां भी कोई फंसा हुआ है उसको बचाने में मीडिया कर्मी का बहुत बड़ा योगदान है। इन मीडिया कर्मियों का भी 50 लाख का बीमा किया जाए और इनके लिए भी सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाए।
चित्रा सरवारा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन 2.0 के दौरान पूरे देश के साथ साथ हरियाणा के लोग भी अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में हरियाणावासियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की जगह प्रदेश सरकार हरियाणा के सभी छात्रों से 5- 5 रुपए की मांग करके अपने आप को दिवालिया घोषित कर रही हैं, वह यह केवल इसलिए कर रही ताकि संकट की इस घड़ी में प्रदेशवासियों के प्रति अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ा जा सके।