“कोशिश करने वालों कि कभी हार नहीं होती – हरिवंशराय बच्चन”

बच्चन तुमको याद कर , होता बहुत अभिमान – कवि कृष्ण कुमार सैनी

दौसा। राष्ट्रीय कवि चौपाल, दौसा के साहित्यिक समूह में छायावादी कवि स्वर्गीय हरिवंश राय बच्चन की पुण्यतिथि मनाई गई। हरिवंश राय बच्चन का साहित्य के प्रति बहुत ही ज्यादा समर्पण और बहुत बड़ा योगदान है।

उनके ये पंक्तियाँ आज हर किसी सफलता प्राप्त करने में बहुत योगदान प्रदान करती हैं “लहरों से डरकर नौका कभी पार नहीं होती, कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती!!नन्ही चीटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है,मन का विश्वास रगों में साहस भरते जाता है, चढ़ कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है,आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती, कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती”।

संस्था के संरक्षक रवीन्द्र चतुर्वेदी एवं सह संरक्षक गोपाल टेलर ने बताया कि उन्होंने अनेक पुस्तकें , काव्य संग्रह और प्रकाशित की है, जो साहित्य के लिए वरदान साबित हुई हैं।

राष्ट्रीय कवि चौपाल के जिला अध्यक्ष कवि कृष्ण कुमार सैनी ने बच्चन तुमको याद कर , होता बहुत अभिमान, हिन्दी की मधुशाला से ऊँची अपनी शान दोहा प्रस्तुत किया। साथ ही बताया कि साहित्यकार कभी मरता नहीं है उनके विचार और उनके जो अनुभव है वे सदैव हमारे स्मरण में रहते हैं और निरंतर किसी न किसी रूप में हमें मार्गदर्शित करते रहते हैं।

सलाहकार बाबूलाल बोहरा एवं सचिव दिनेश तूफानी ने कहा कि उनके द्वारा लिखित पुस्तक हमें सदैव उनकी याद दिलाती रहती है इसलिए वे हमेशा के लिए अमिट अक्षरों में अपनी पहचान बना लेते हैं।

संस्था के उपाध्यक्ष बृजमोहन मीना ने बताया कि हरिवंश राय बच्चन की मधुशाला बहुत ही चर्चित है। मधुशाला के कारण उन्हें बहुत ही पहचान और मान सम्मान मिला है।

संस्था कें कोषाध्यक्ष बुद्धि प्रकाश महावर ने कहा कि हमें सदैव उनके पद चिह्नों पर चलकर अपने साहित्यिक धर्म को निभाना चाहिए।
महासचिव प्रजापति कैलाश सुमा ने बताया कि हरिवंश राय बच्चन, भारतीय कवि थे जो 20 वीं सदी में भारत के सर्वाधिक प्रशंसित हिंदी भाषी कवियों में से एक थे।

कवि बच्चन की पुण्यतिथि कें अवसर गोपाल लाल अनुज, राजीव व्यास, रामबाबू ज्योति, शिवचरण भंडाना, वंदना जॉन, निर्मला शर्मा, राजेन्द्र यादव आजाद, नवल घुनावत, रामबाबू शर्मा, कुमार धर्मी, रामकेश दूरदर्शी, सलमान सिकन्दरा, रामेश्वर करुण आशीष गुप्ता , सोनू सैनी आदि ने शब्दों से समूह में श्रद्धांजलि अर्पित कर बच्चन को याद किया।