– 100 से अधिक जाने-माने हेल्थ और वेलबीइंग एक्सपर्ट अगले 3 दिनों में 30 से अधिक सत्रों का करेंगे संचालन
– संगीत, स्पोर्ट्स और आपकी मुस्कुराहट आपकी वेलबीइंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा
वर्ल्ड हेल्थ एंड वेलनेस फेस्टिवल में स्पीकर्स ने दिए टिप्स और बताए कि किस तरह से अपने आप को फीट रखना है
जयपुर। शुक्रवार से शुरू हुई गुलाबी शहर जयपुर वर्ल्ड हेल्थ एंड वेलनेस फेस्टिवल (डब्ल्यूएचडब्ल्यूएफ) के पहले संस्करण की मेजबानी कर रही है इस इवेंट का उद्घाटन इवेंट के मुख्य अतिथि एचएच आचार्य डॉ. लोकेश मुनी जी के कर कमलों से हुआ जो कि ध्यान, योग और शांति शिक्षा के क्षेत्र में आचार्य हैं। जानेमाने अभिनेता, गायक, निर्देशक, रेडियो जॉकी और टेलीविजन प्रस्तोता अन्नू कपूर और विश्व स्तर पर प्रसिद्ध और अग्रणी होलिस्टिक हेल्थ गुरु और कॉर्पोरेट लाइफ कोच मिकी मेहता इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता डब्ल्यूएचडब्ल्यूएफ के संरक्षक पं. सुरेश मिश्रा ने की । इस तीन दिवसीय कार्यक्रम को आयुष मंत्रालय का सहयोग प्राप्त है और इस दौरान मुख्य रूप से हेल्थ और वेलनेस में प्रगति और होलिस्टिक लाइफ के बढ़ावा की अवधारणा, आध्यात्मिक शांति और बिना किसी बाधा के जीवन पर गणमान्य लोग अपने-अपने विचार रखेंगे।
इस इवेंट के पहले दिन हेल्थ और वेलबीइंग के क्षेत्र से कई जाने-माने चेहरे आए और उन्होंने कई प्रमुख विषयों पर अपने बहुमूल्य विचार रखें और जानकारी प्रदान की। एचएच आचार्य डॉ. लोकेश मुनी जी ने होलिस्टिक वेलबीइंग के महत्व और शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक वेलबीइंग को समान महत्व क्यों दिया जाना चाहिए इस पर अपने विचार रखे। ”डब्ल्यूएचडब्ल्यूएफ का आयोजन एक ऐसे समय पर हो रहा है जब पूरी दुनिया इस महामारी के बाद के समय से गुजर रही है, हमने इस दौरान लोगों को ज्ञान, योग, नेचुरोपेथी, आयुर्वेद और वेलनेस पर खास ध्यान देते देखा। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि डब्ल्यूएचडब्ल्यूएफ जैसे आयोजन जहां 100 से अधिक स्पीकर 30 से अधिक सत्रों का संचालन कर रहे हैं, खासतौर पर इस महामारी के बाद के समय में हेल्थ और वेलबीइंग की दिशा में आम लोगों को जागरूक करने में मदद करेंगे जहां मानसिक और शरीर से जुड़ी बीमारियों में वृद्धि देखी गई है। वेलबीइंग का मतलब बस फीजिकल हेल्थ नहीं होता है बल्कि इसमें मानसिक और व्यवहार भी शामिल होता है।
मिकी मेहता के सत्र का सबको सबसे अधिक इंतजार था और इसमें ही सबसे अधिक लोग आए। उनके आकर्षण, बुद्धि और ज्ञान ने आए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके एक घंटे के सत्र में इस बात पर जोर दिया गया कि कि कैसे इस दुनिया में हर इंसान एन्ट्रॉपी की ताकतों के अधीन है। व्यवस्था को अव्यवस्था में तोड़ने की आदत ही इंट्रोपी है और उनके अनुसार एक साधारण कारण से यह सबसे अधिक औरतों को चोट पहुंचाती है और वो ये है कि एक औरत को हर चीज को पूरा करने और अपने घर और करियर को संभालने के लिए अपने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बहुत कुछ करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, एक औरत मानव जाति के हर वर्ग की देखभाल करने के लिए बहुत कुछ त्याग करती है और अपनी क्षमताओं से कहीं अधिक करती है। रिवर्स योर यूनिवर्स उनके द्वारा एक प्रयास है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि हर औरत आराम से इस संतुलन को बनाए रख सके, युवा बनी रहे और अपनी बीमारियों को ठीक कर सके या अपने उम्र को कम कर सके और अंदर और बाहर से सुंदर रहे। उन्होंने आगे कहा कि आज की नारी को सेलिब्रेट करने की जरूरत है। उसे संतुलन बनाए रखने के लिए हथकंडा या संघर्ष करने के लिए संघर्ष करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हर एक औरत को छूट मिलनी चाहिए।
डॉ शिव गौतम, अमित अग्रवाल, अध्यक्ष जेईसीआरसी विश्वविद्यालय, और डॉ जयश्री पेरीवाल, चेयरपर्सन-जेपी ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने केज्ड यूथ के ज्वलंत मुद्दे पर अपने विचार साझा किए। इस सत्र में यंग जेनरेशन को आगे बढ़ने और बेहतर करने के लिए एक खुला और उदार माहौल तैयार करने के महत्व पर जोर दिया गया। बेवजह की उम्मीदों का बोझ डालना और सामाजिक दबाव युवाओं को वो करने से रोक सकता है जो वो कर सकते हैं। युवा लोगों को एक एक माहौल की जरूरत है जहां वो बंधे-बंधे न महसूस कर आजाद महसूस करें।
प्रिवेंट स्पोर्ट्स इंजरीज पर टीप्स और ट्रिक्स डब्ल्यूएचडब्ल्यूएफ में दूसरा सबसे आकर्षक सत्र रहा। इस महामारी के दौरान फिटनेस का क्या महत्व होता है उसे लोगों ने देखा और लोगों ने हेल्दी लाइफस्टाइल पाने के लिए खेलों और हर रोज किए जाने वाले एक्सरसाइजों को अपने जीवन में अपनाया। लेकिन इस तरह की गतिविधियों के कारण खेलों से जुड़ी दुर्घटनाओं और चोटों में भी बढ़ोत्तरी की है। एक्सरसाइज से पहले गलत वॉर्म अप या वर्कआउट के बाद शरीर को ठंडा करने गलत तरीका, सही न्यूट्रीशन की कमी, सही गियर और फुटवियर का इस्तेमाल नहीं करना कुछ ऐसे कारण रहे जिसके कारण इस तरह चोटें अधिक लगी। इस सत्र को डॉ आदित्य सोरल ने संबोधित किया जिसमें उन्होंने रिलेक्स, फिर से तैयार होने के लिए शरीर को समय देने के महत्व पर जोर दिया। इसमें खेल के बीच में ब्रेक के महत्व और चोट लगे रहने या दर्द रहने पर क्यों आगे न खेलें इस पर बताया गया। उन्होंने इन चोटों से बचने और जब चोट लग जाए तो क्या करें इस पर सुझाव भी दिए।
डॉ बलविंदर ठक्कर, डॉ संदेश मायेकर, डॉ समीर शर्मा और डॉ अश्विन जावड़ेकर ने हेल्दी स्माइल्स फॉर हेल्दीलिविंग पर विचार व्यक्त किये। इस सत्र में स्वस्थ दांतों और स्वस्थ मसूड़ों के महत्व और व्यक्ति के सामान्य स्वास्थ्य के साथ इसके संबंध पर बताया गया। दांतों का अच्छा रहना न केवल एक आकर्षक पर्सनल्टी के लिए जरूरी है बल्कि बीमारी से दूर एक हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए भी यह जरूरी है। अगर आपके दांतों में किसी तरह की दिक्कत रहेगी तो इससे आपके खून में बेक्ट्रीरियल इंफेक्शन हो सकता है जो आपके ह्रदय को नुकसान पहुंचा सकता है और आपको दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती है। इसकी प्रकार खराब मसूड़े या टूथ इंफेक्शन के कारण आपका ब्लड शुगर बढ़ सकता है और टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा हो सकता है।
कार्यक्रम का पहला दिन श्री अन्नू कपूर जी द्वारा हील विथ म्यूजि़क सत्र के साथ समाप्त हुआ, जिन्होंने अपनी दिलकश आवाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीतमय शाम को एक शानदार पुरस्कार समारोह ने और भी आकर्षक बना दिया गया, जहां हेल्थ और वेलबीइंग इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को सम्मानित किया गया।
डब्ल्यूएचडब्ल्यूएफ के को-फाउंडर मुकेश मिश्रा ने बताया कि यह मंच इवेस्टर्स, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और ब्रांड लीडरों को एक साथ लाने और किस तरह से वेलनेस और वेलबीइंग का इस्तेमाल लंबे और बेहतर जीवन जीने के लिए किया जा सकता है और कॉर्पोरेशन, हेल्थकेयर संस्थान और ग्राहक किस प्रकार से दुनिया की स्वास्थ्य चुनौती में किस प्रकार एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं, इस पर लोगों के विचार जानने के लिए एक पहल है। उन्होंने आगे कहा कि दुनिया भर के प्रमुख हेल्थ और वेलबीइंग एक्सपर्टों के अलावा, 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि इस 3 दिवसीय कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं जो अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे और लोगों को नई हेल्थ और वेलबीइंग के अवसर प्रदान करने में सहयोग करेंगे।