मशरूम और बागवानी का प्रशिक्षण लेकर खूंटी की महिलाएं लघु उद्योग को स्थापित करे: रेशू भारद्वाज


खूंटी, (रिपोर्ट अनमोल कुमार): कृषि पशुपालन एवम सहकारिता विभाग के उद्यान निदेशालय के द्वारा कर्रा के किसान पाठशाला में पांच दिवसीय मशरूम और बागवानी का आवासीय प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया।एपीपी एग्रीगेट के द्वारा यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला उद्यान पदाधिकारी रेशू भारद्वाज ने किया। उनके साथ एपीपी एग्रीगेट के निदेशक प्रभाकर कुमार थे।प्रशिक्षण में कर्रा और खूंटी से आई सैकड़ों महिला किसानों को पहले दिन में मशरूम उत्पादन से जुड़ी बातों की जानकारी दी गई। किसानों को जैविक खाद बनाने के बारे में जानकारी दी गई।किसानों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लिया और इससे जुड़े सवाल भी पूछे।
मौके पर जिला बागवानी पदाधिकारी रेशू भारद्वाज ने कहा कि यह पूरी तरह से आवासीय प्रशिक्षण है। उद्यान निदेशालय के द्वारा इस तरह की ट्रेनिंग के माध्यम से उन महिलाओं तक पहुंचने की है जो अपने घरों से नहीं निकल पाती हैं।मैं चाहती हूं की खूंटी की महिला किसान मशरूम और बागवानी का बेहतर ढंग से प्रशिक्षण ले और लघु उधोग स्थापित करे। मशरूम से कई तरह के प्रॉडक्ट बन रहे हैं। मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में यहां की महिलाएं सशक्त और स्वावलंबी बनेगी।
उन्होंने कहा कि समाज के गरीब और आदिवासी महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें सशक्त और स्वावलंबन बनाने की सरकार की यह योजना काफी सफल हो रही है। आज मशरूम का बाजार में काफी मांग है। ऐसे में यदि किसान मशरूम का उत्पादन अधिक करेंगी तो उसकी आमदनी बढ़ेगी और वे आत्मनिर्भर होंगी। इस योजना के तहत खूंटी जिला और झारखंड का देश ही नहीं पूरे विश्व में नाम होगा।
वहीं एपीपी एग्रीगेट के निदेशक प्रभाकर कुमार ने कहा कि पांच दिवसीय उद्यान और मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण शुरू हुआ है। इसमें कुल दो सौ किसानों को उद्यान से संबंधित,सब्जी, फल,ड्रेगन फूड,आम सहित कई फलों के उत्पादन पर प्रशिक्षण देंगे। इसके के अलावा मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में तकनीकी जानकारी देंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण अनमोल कुमार,पूनम सांगा, गुड्डी कुमारी सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।