स्थानीय ग्रामीणों में नशा मुक्ति के प्रति जन जागरूकता के साथ विश्वविद्यालय के सामाजिक अभियान से असंख्य ग्रामीण हो रहे लाभान्वित

नशा मुक्ति के साथ आदर्श समाज का निर्माण हो : प्रो. विद्यार्थी कुलपति

बीकानेर,। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा ग्राम विकास एवं कार्य योजना यूएस आर विज़न आयोजन के तहत गोद लिए गांव पलाना में नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. अंबरीश शरण विद्यार्थी ने कहा कि दृ़ढ इच्छा शक्ति के साथ नशा मुक्ति विशेषज्ञ एवं मनोरोग चिकित्सक से परामर्श कर नशा प्रवृत्ति का त्याग किया जा सकता है। नशा समाज के घातक है इसके खुद के स्वास्थ्य को नुकसान के साथ बच्चों पर बुरा असर पड़ता है। शराब की लत से समाज और परिवार में व्यक्ति के मान सम्मान को ठेस पहुंचती है। समाज में अधिकांश अपराध नशे के कारण हो रहे हैं। शराब,गंजा, अफीम, स्मैक, गुटखा, सिगरेट, बीड़ी का चलन बढ़ रहा है। पहले युवा शौक के कारण नशा करता है, बाद में लत पढऩे पर उसका जीवन बर्बाद हो जाता है। उन्होंने आमजन को जागरूक करने के साथ स्वयं को बुराइयों से दूर रहकर आदर्श समाज के निर्माण में योगदान देने का आव्हन किया। यह कार्यक्रम गांव वासियों में जागरूकता पैदा करने के लिए आयोजित किया गया। आज का युवा शराब और हेरोइन जैसे मादक पदार्थो का नशा ही नहीं बल्कि कुछ दवाओं का भी इस्तेमाल नशे के रूप में कर रहा है। इस आसुरी प्रवृत्ति को समाप्त करना परमावश्यक है। नशा करने से बहुत ही ज्यादा हानि होती है मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से दोनों तरह से हानि होती है। शील संतोष विवेक क्षमा दया शांति आदि नष्ट हो जाते हैं।

कार्यक्रम के संयोजक डा. अनु शर्मा एवं डा. प्रीति पारीक ने यह बताया गया कि अगर आप नशा मुक्त रहते हैं तो आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं वह आप अपने परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निर्वाह कर सकते हैं और जो आए आप नशा पर बर्बाद कर रहे हैं वह अपने परिवार पर खर्च कर सकते हैं जैसे अच्छे खानपान व पढ़ाई आदि। सयोजक नटवर कड़वासरा एवं साकेत जांगिड़ ने कहा कि नशा छोड़ने पर भोजन का सही स्वाद मिलता है और इसमें शामिल पौष्टिक तत्वों का सही पाचन और अवशोषण होता है। इससे शरीर के विभिन्न अंग सक्रिय रहते हैं, जिससे रक्तसंचार सुव्यवस्थित रहता है। इससे इम्यून सिस्टम और मेटाबॉलिज्म में सुधार होने से किसी बीमारी के संक्रमण से बचने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। कार्यक्रम को सफल बनाने में संबंन्धित अधिकारियों एवं पलाना गांव वासियो ने सहयोग दिया। इस नशा मुक्ति शिविर में असंख्य स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लिया एवं शिविर का लाभ उठाया।