बैठकों व प्रशिक्षणों के दौर भी जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को विभाग की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे निदेशालय जयपुर से बीकानेर के प्रभारी डॉ पुरुषोत्तम सोनी। उन्होंने विभाग के आला अधिकारियों सहित इस कार्य में लगे महत्वपूर्ण कार्मिकों के साथ बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह एक स्वास्थ्य आपात स्थिति है जिसमें प्रत्येक अधिकारी और कार्मिक को आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने विभिन्न प्रकार के दायित्वों को विकेंद्रीकृत करते हुए जिला स्तर से प्रभावी मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। डॉ सोनी ने मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल के साथ सौहार्दपूर्ण समन्वय स्थापित रखते हुए मिलकर कोरोना वायरस को रोकने का आह्वान किया। उन्होंने निजी अस्पतालों आईएमए व अन्य स्टेकहोल्डर्स को भी प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने आशा आशा सहयोगिनियों द्वारा घर घर भ्रमण के दौरान आमजन को पेंपलेट वितरण व जानकारी देकर आमुखीकरण करने के निर्देश दिए।
इसके लिए आशा सहयोगिनियों का आवश्यक प्रशिक्षण करवाने पर भी जोर दिया। सीएमएचओ डॉ बीएल मीणा ने सोडियम हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन द्वारा प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र में डिसइन्फेक्शन व पोंछे लगवाने का कार्य सुनिश्चित करवाने तथा विशेष दल भेजकर प्रमुख पर्यटन स्थलों व आवागमन के प्वाइंट्स पर डिसइन्फेक्शन जारी रखने के निर्देश दिए। बैठक में डिप्टी सीएमएचओ डॉ इंदिरा प्रभाकर, डॉ योगेंद्र तनेजा, डॉ बीएल हटीला, डॉ अनुरोध तिवारी, डॉ सत्यनारायण शर्मा, नीलम प्रताप सिंह, डॉ मनुश्री सिंह, सुशील कुमार, नेहा शेखावत, रेणु बिस्सा सहित विभाग के अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे। डॉ पुरुषोत्तम सोनी द्वारा मेडिकल कॉलेज पीबीएम अस्पताल व जिला प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर कोरोना वायरस संक्रमण रोकने संबंधी तैयारियों पर मंथन भी किया गया। स्वास्थ्य विभाग के 6 स्क्रीनिंग दलों ने गुरुवार को जूनागढ़ वह नाल एयरपोर्ट सहित चार हेरिटेज होटल में 260 सैलानियों की स्क्रीनिंग की जिनमें 210 विदेशी मेहमान शामिल रहे। राहत की बात यह रही कि इनमें भी कोई कोरोना संक्रमण का संदिग्ध नहीं मिला। जूनागढ़ सहित विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर सोडियम हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन का छिडकाव किया गया जो आगामी दिवसों में भी जारी रहेगा।