जयपुर,। छोटी काशी के नाम से विख्यात गुलाबीनगरी में शनिवार को दो दिवसीय ज्ञानम महोत्सव का आगाज हुआ। इसमें धर्म, अध्यात्म, देश और समाज के विभिन्न पहलुओं पर चिंतन करने के लिए देशभर से संत व राष्ट्रहित चिंतक शामिल हो रहे हैं। शनिवार अपराह्न दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में धर्म, अध्यात्म समेत 20 से अधिक विषयों पर चर्चा की शुरुआत हुई। महोत्सव में अध्यात्म, धर्म राष्ट्र चिंतन जैसे अनेक विषयों पर देश के प्रतिष्ठित आध्यात्मिक गुरु, संत-महंत, ज्योतिषियों, डॉक्टरों, वैज्ञानिकों, प्रशासकों, युवा प्रतीकों, उद्योगपति और राजनेताओं ने परिचर्चा की।
कार्यक्रम में हिन्दू युवा राष्ट्रीय चिंतक कालीचरण महाराज, जगदुरु करपात्री जी महाराज अयोध्या, साध्वी प्रज्ञा भारती, ज्ञानदेव आहूजा, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, रवि कुमार अय्यर (अंतरराष्ट्रीय समन्वयक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ), बाबा बालक नाथ (सांसद, अलवर), सीपी जोशी (सांसद, चित्तौडग़ढ़), राष्ट्रवादी प्रखर वक्ता कपिल मिश्रा, हिंदूवादी जय आहूजा, महाराणा पुस्तक के लेखक डॉ. ओमेंद्र रतनू, अनुज माथुर (रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल), उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी डॉ. विक्रम सिंह, सरदार रमणिक सिंह, राणा यशवंत, हितेश शंकर, नीरज अत्रि, प्रताप राव (पत्रकार एवं कंटेट हेड ऋतंम डिजिटल), श्रीपाल शक्तावत सहित कई वक्ता भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम के आयोजक महंत दीपक वल्लभ गोस्वामी के अनुसार ये ज्ञानम का चतुर्थ संस्करण है, जो धर्म, अध्यात्म, संस्कार और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को छूने वाला ये कार्यक्रम देश हित में युवाओ को अपने संस्कार संस्कृति से जोडऩे में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आयोजन के दूसरे दिन रविवार को विभिन्न सत्रो में अनेक वक्ता अपने विचार रखेंगे।