कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा ने की अध्यक्षता
बीकानेर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के अधीन कार्यरत कृषि अनुसंधान केन्द्रों, उपकेन्द्रों तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों में खरीफ 2019 के लिए बीज उत्पादन तथा गत वर्ष खरीफ-रबी में लिए गए बीज उत्पादन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक सोमवार को कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित हुई। इस अवसर पर कुलपति प्रो. शर्मा ने कहा कि कृषि वैज्ञानिक दूरदृष्टि रखते हुए ऐसे बीज उत्पादन करें, जो किसानों के लिए लाभदायक हों। बीजों की नई किस्मों के लिए नियमित अनुसंधान किए जाएं तथा इनके लिए मार्केटिंग की संभावनाओं को भी तलाशा जाए। सर्वाधिक मांग वाले बीजों का उत्पादन बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पास पर्याप्त जमीन, संसाधन एवं अनुभवी कृषि वैज्ञानिक हैं। इसके अनुरूप अधिक से अधिक बीज उत्पादन सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने बीज उत्पादन की परम्परागत विधियों के साथ आधुनिक तरीके अपनाने का आह्वान किया तथा कहा कि ‘मैनपावरÓ की कमी के कारण बीज उत्पादन प्रभावित नहीं हो। इसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। बैठक के दौरान प्रो. शर्मा ने समस्त केन्द्रों पर बीज उत्पादन की समीक्षा की तथा विश्वविद्यालय में आय सृजन की संभावनाओं को बढ़ाने के निर्देश दिए। प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. एस. के. शर्मा ने कहा कि खेती में बीज एक महत्वपूर्ण इकाई है। इस पर उत्पादन की गुणवत्ता एवं मात्रा निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि बीजों का समयबद्ध उत्पादन एवं वितरण सुनिश्चित किया जाए, जिससे विश्वविद्यालय की साख बरकरार रहे तथा किसानों को लाभ हो। अनुसंधान निदेशक प्रो. एस. एल. गोदारा ने विश्वविद्यालय की अनुसंधान गतिविधियों के बारे में बताया।

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अतिरिक्त निदेशक (बीज) डॉ. एम. एम. शर्मा ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रत्येक केन्द्र पर उत्पादित बीजों के बारे में जानकारी दी तथा भावी कार्ययोजना के बारे में बताया। भू-सदृश्यता एवं राजस्व सृजन निदेशक डॉ. सुभाष चंद्र ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा इस बर्ष बेर, आवला, बेलपत्र, अनार, ड्राफ्टेड खेजड़ी के अलावा छायादार पौधे एवं मिर्ची, बैंगन एवं टमाटर की पौध तैयार की गई है। जुलाई-अगस्त से नर्सरी में इनका विक्रय प्रारम्भ कर दिया जाएगा।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. शर्मा ने रबी व खरीफ की फसलों के मुख्य रोग एवं उनका समाधान, उन्नत बीज उत्पादन एवं प्रसंस्करण, मशरूम की खेती आदि पुस्तकों तथा विभिन्न प्रचार साहित्य का विमोचन किया। बैठक में कुलसचिव डॉ. राजेश शर्मा, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. आई. पी. सिंह, कृषि अनुसंधान केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पी. एस. शेखावत, कृषि प्रौद्योगिकी एवं सूचना केन्द्र प्रभारी डॉ. रामधन जाट सहित विभिन्न कृषि अधिकारी मौजूद रहे।

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