-पंचायत चुनाव को लेकर कईयों के चेहरे पर आई रौनक कई चेहरे बुझे – प्रधान पद के दावेदारों के नामों की चर्चाएं शुरू
– कई तरह के कयास व अटकलें ! सभी को है लॉटरी का इंतजार, प्रधान पद के लिए केकड़ी हो सकती है सामान्य सीट, सावर एसटी व सरवाड़ ओबीसी या सामान्य, प्रधान के लिए चिकित्सा मंत्री के सुपुत्र साग़र शर्मा का नाम सबसे ऊपर !!

✍🏼 तिलक माथुर
केकड़ी_अजमेर
गांवों की सरकार के लिए पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट से कई राजनेताओं के चेहरों पर रौनक आ गई है तो कुछ के चेहरे बुझ गए हैं। जहां नई पंचायत समिति की घोषणा हुई है वहां के ग्रामीणों में क्षेत्रीय नेताओं में उत्साह का माहौल है। पंचायत चुनाव को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। प्रधान पद के लिए आरक्षण की लॉटरी व सम्भावित दावेदारों के नामों को लेकर भी अटकलें व कयास लगने शुरू हो गए हैं। चर्चाओं के बीच लोग अपने तरीकों से गणित बैठाने लगे हैं, चुनाव को लेकर कई नेताओं सहित आम कार्यकर्ता भी मुंगेरीलाल के हसीन सपनों की तरह सपने देखने लगे हैं।

अगले वर्ष जनवरी-फरवरी माह में होने जा रहे दोनों ही राजनीतिक दल कांग्रेस व भाजपा के जिम्मेदार पदाधिकारी भी अब चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। दोनों ही दलों द्वारा चुनावी रणनीति बनाई जा रही है। भाजपा तो पंचायत चुनाव से पहले इन दिनों संगठन को मजबूत करने में जुटी है। मंडल अध्यक्ष व जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों का दौर चल रहा है। इधर कांग्रेस भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती, निकाय चुनाव की भारी सफलता के बाद कांग्रेसियों के हौसले बुलंद है। कांग्रेस को उम्मीद है कि वह निकाय चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद पंचायत चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन करने की स्थिति में है। राज्य की कांग्रेस सरकार ने पंचायत चुनाव की तस्वीर बदल दी है। जो नियम, कायदे, कानून पिछली भाजपा सरकार ने बनाये थे उनमें से कुछ प्रतिबंध हटाकर कांग्रेस पंचायत चुनाव में अपना वर्चस्व जमाना चाहती है। वहीं निकाय चुनाव में मात खाने के बाद भाजपा अब पंचायत चुनाव को लेकर गम्भीर है वह पंचायत चुनाव को लेकर फूंक-फूंककर कदम रख रही है। उल्लेखनीय है कि केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में अब तीन पंचायत समितियां हो गई है। पांच साल पहले पूरे विधानसभा क्षेत्र में केवल एक पंचायत समिति हुआ करती थी वो भी मुख्यालय केकड़ी पर लेकिन पिछली सरकार में सरवाड़ को पंचायत समिति बना दिया गया वहीं हाल ही में सावर को भी पंचायत समिति बना दिया गया है। अब केकड़ी क्षेत्र में तीन पंचायत समितियों के तीन प्रधान होंगे। विधानसभा क्षेत्र में अब प्रधान पद के लिए आरक्षण की लॉटरी का इंतजार है। प्रधान पद के आरक्षण को लेकर लोग तरह-तरह के कयास व अटकलें लगा रहे हैं। इन्हीं कयासों व अटकलों के बीच बात निकल के आई है कि प्रधान पद के लिए आरक्षण की लॉटरी अगर जातीय समीकरण के आधार पर निकलती है तो केकड़ी सीट सामान्य जाति, सरवाड़ सीट ओबीसी या सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हो सकती है वहीं नई पंचायत समिति सावर अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस व भाजपा के कई क्षेत्रीय दिग्गजों के अरमान काफूर हो जाएंगे वहीं कई नए चेहरों पर रौनक आ जाएगी। जो कार्यकर्ता प्रधान पद की दौड़ में अब तक शामिल नहीं थे उनके भी अरमान जागने व मचलने लगे हैं !

खैर अभी इस प्रकार के कयास बेमानी हैं, वक़्त का इंतजार है। मगर चर्चाओं को कौन रोक सकता है। चर्चा तो यह भी है कि केकड़ी पंचायत समिति की प्रधान सीट सामान्य जाति के लिए आरक्षित होगी तो कांग्रेस की ओर से एकमात्र दावेदार होंगे क्षेत्रीय विधायक डॉ रघु शर्मा के सुपुत्र सागर शर्मा, हालांकि यह सब भविष्य के गर्भ में छिपा है लेकिन चर्चाओं को कौन रोक सकता है। केकड़ी, सरवाड़ व सावर पंचायत समिति क्षेत्र में प्रधान पद के दावेदारों की कतार लम्बी होती जा रही है उससे लगता है कि इस बार होने वाले पंचायत चुनाव रोमांचक होंगे ! बहरहाल सभी की निगाहें प्रधान पद के लिए आरक्षण लॉटरी पर है, फिर भी संभावित दावेदार अपने आपको मेकअप करने में जुट गए हैं। मालूम हो कि नवगठित सावर पंचायत समिति में पंचायत समिति सदस्य के लिए 15 और जिला परिषद सदस्य के लिए दो वार्डो का गठन किया गया। आगामी जनवरी माह में होने वाले पंचायत राज के आम चुनाव इन्ही वार्डो में होंगे। प्रधान पद के लिए लॉटरी खुलने के बाद जिला स्तर पर पंचायत समिति के सदस्यों के लिए वार्ड आरक्षण की लॉटरी होनी है। असली तस्वीर तो सभी लॉटरिया खुलने के बाद ही साफ़ हो पाएगी। सावर में पंचायत समिति का गठन अभी हुआ है इसलिए पहली बार यहां का प्रधान बनेगा। प्रधान के लिए पहली बार चुनाव होने की वजह से लोगों में उत्सुकता है वहीं कई दिग्गज इस क्षेत्र से हैं जिनकी प्रतिष्ठा दांव पर है, यही वजह है कि इस सीट पर आमजन की निगाह है व उत्सुकता है कि पहली बार बनी पंचायत समिति का पहला प्रधान कौन होगा और किस वर्ग का होगा ? सावर से जिन नेताओं की चर्चा है उसमें कांग्रेस की ओर से कद्दावर नेता और केकड़ी पंचायत समिति के तीन बार प्रधान रह चुके भूपेंद्र सिंह शक्तावत, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेन्द्र शर्मा, केकड़ी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शेलेन्द्र सिंह शक्तावत, पिपलाज ग्राम पंचायत के सरपंच समरवीरजीत सिंह शक्तावत, केकड़ी की पूर्व प्रधान रह चुकी पुष्पकंवर शक्तवात, पूर्व प्रधान भूपेंद्र सिंह शक्तवात की धर्मपत्नी और जिला परिषद सदस्य आशाकंवर राठौड़, सावर के पूर्व सरपंच पुष्पेंद्र सिंह शक्तावत आदि सामान्य वर्ग के प्रधान पद के दावेदार हो सकते हैं। इसी तरह ओबीसी वर्ग की लॉटरी खुलने पर कांग्रेस की ओर से नगर कांग्रेस के अधयक्ष कन्हैया लाल माली, सेवानिवृत्त शिक्षक महेंद्र कुमार राव, युवा नेता सुरेश जांगिड़, देवसेना के तहसील अध्यक्ष लाल राम गुर्जर भी मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।

इसी तरह अनुसूचित जनजाति वर्ग की लॉटरी खुलने पर नापाखेड़ा के सरपंच पति तूफ़ान मीणा औऱ पूर्व सरपंच शिवजीराम मीणा का नाम भी इस दौड में प्रमुखता से लिया जा रहा है। इसी प्रकार एस सी वर्ग की लॉटरी खुलने पर अम्बेडकर संघर्ष समिति के अधयक्ष ओमप्रकाश कांसोटिया भी प्रधान पद के दावेदार हो सकते हैं। उधर भाजपा में भी कई नामों को लेकर चर्चा है। भाजपा की ओर से जहाँ सामान्य वर्ग की लॉटरी खुलने पर सावर के पूर्व सरपंच एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता महेंद्र सिंह शक्तावत, भाजपा नेता और टाँकावास के पूर्व सरपंच विजय प्रताप सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रेमचंद शर्मा, बाजटा के सरपंच राजवीर हावा तथा पूर्व पंचायत समिति सदस्य माणकचंद जैन का नाम प्रधान पद के लिए प्रमुखता से लिया जा रहा है। वहीँ ओबीसी सीट के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता रामेश्वर बंबोरिया, भाजपा बावन माता मंडल अध्यक्ष सीताराम कुमावत तथा कालूराम फौजी का नाम प्रधान पद की दौड़ में लिया जा रहा है। इसी तरह सावर पंचायत समिति के प्रधान पद की सीट की लॉटरी एससी वर्ग के लिए आरक्षित होती है तो इस वर्ग में भाजपा की ओर से रायचंद बागड़ी प्रधान पद के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। इसी प्रकार पूर्व सरपंच राजाराम बैरागी, दुर्गा सिंह यादव, ओबीसी प्रकोष्ठ के केकड़ी ब्लॉक अध्यक्ष रतन काका माली, जयकिशन कहार, रोहित गुर्जर, सावर सरपंच रंगलाल भील, चितिवास सरपंच ललिता बारेठ, टाँकावास सरपंच सूरजकरण मीणा, दुर्गालाल गुर्जर, मेहरुकला से प्रताप सिंह राठौड़, सरपंच जगदीश खाती, रामकिशन भील आलोली, शिवराज खारोल, श्रीनियास माली, किशन गुर्जर, रोहित शर्मा, अमरपाल गुर्जर, सूरजकरण मालावत, जगदीश चौधरी, सत्यनारायण कोली, मंजीत सेन, रमेश चन्द्र त्रिवेदी सहित कई कार्यकर्ता भी प्रधान पद की इस दौड़ में शामिल होना चाह रहे हैं। वहीं केकड़ी पंचायत समिति के प्रधान पद की दौड़ में कांग्रेस से सबसे ऊपर मंत्री पुत्र सागर शर्मा का नाम चर्चा में हैं। इसी प्रकार कांग्रेस से पूर्व सरपंच अम्बिका चरण सिंह, मदन गुर्जर, सांवरलाल गुर्जर, कैलाश मेवाड़ा, सत्यनारायण चौधरी, रामलाल गुर्जर, नरेन्द्र सिंह कोहड़ा के नाम सामने आए हैं इसी प्रकार भाजपा में जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं उनमें पूर्व प्रधान रिंकुकंवर राठौड़, अजमेर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष मदनगोपाल चौधरी, राव वीरभद्र सिंह, गणेशलाल शर्मा, इन्द्रनारायण गुर्जर, दुर्गालाल मेघवंशी, हंसराज मेघवंशी, गोपाल रैगर, नरेन्द्र सुवालका आदि के नाम चर्चा में हैं। उधर सरवाड़ पंचायत समिति में भी प्रधान पद के लिए कई दावेदारों के नाम कि चर्चा है जिसमें कांग्रेस से शक्तिप्रताप सिंह राठौड़, सरपंच चंद्रपाल सिंह चौधरी, गोपाल सिंह राठौड़, हरिसिंह राठौड़ सहित कुछ अन्य नामों की चर्चा है वहीं भाजपा की ओर से होनहार सिंह राठौड़, कल्याण सिंह सौलंकी, हगामीलाल चौधरी, भागचंद जाट व रामेश्वर गोस्वामी के नामों की चर्चा है। हालांकि अभी तो कइयों के नाम सामने आएंगे बस इंतजार लॉटरी का है, जब तक प्रधान पद की आरक्षण लॉटरी नहीं निकल जाती कयासों, अटकलों का दौर चलता रहेगा !