छोटी-छोटी लापरवाही, इग्नरेंस की आदत व्यक्ति के जीवन में ऊंचाई पर जाने में बाधक होती है। कोशिश करें हर काम को उसी वक्त करने की आदत डालें, उसे पेंडिंग ना करें। यदि आपके हाथ में माचिस है और उसमें काड़ी गलत दिशा में रखी हो तो कोशिश कर उसे सही दिशा में रखें। यदि आपके हाथ में बाल पेन है और उसकी लीड बाहर निकली हुई हो तो उसे तुरंत बटन दबाकर अंदर करें। यदि आपके हाथ में चाकू हैं तो उसे प्रॉपर ढंग से उल्टा रखें। इस प्रकार से हर छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखें। सोफे पर रखा तकिया आड़ा तिरछा ना हो उसे सलीके से रखें। घर में, पलंग व अलमारी में हर चीज व्यवस्थित रखना सीखें। पहने हुए कपड़े व्यवस्थित हैंगर पर टांग कर रखे, कपड़ों की बिना वजह की धुलाई भी कम होगी। कही से जाते वक्त वहां की लाइट बंद करना न भुले और यदि कोई अन्य गलती से लाइट चालू छोड़ गया हो तो उसे बंद करें। आप किसी से रास्ता पूछते हैं और जब वह रास्ता बताता है फिर आप उससे बिना कुछ कहे आगे निकल जाते हैं यह गलत है आपको उसे धन्यवाद कहना चाहिए। चाहे वेटर, लिफ्ट मेन, चौकीदार या पोस्टमैन हो जो आपको अपनी सेवा देता है तो उसे धन्यवाद जरूर कहें। अपने बाल सलीके से बनाये, सलीके से कपड़े पहने और समय के पाबंद रहै। जब भी समय मिले अच्छा लिटरेचर पड़े, अच्छा म्यूजिक सुने, ताजी हवा और धूप का भी सेवन करना ना भूलें। अपने जीने के अंदाज को नजरअंदाज ना करें उसे सलीकेदार और अनुशासित बनाये। हर छोटी से छोटी बातों पर ध्यान दें इग्नरेंस की आदत न रखे।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)