करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़। जिप्सम खनन माफिया द्वारा बीती रात 11 अप्रैल रात में पत्रकार सुभाष चौधरी पर जानलेवा हमला किया गया। पत्रकार को सूरतगढ़ राजकीय चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर में उपचार दिया गया लेकिन सिर में गंभीर चोट के कारण पीबीएम हॉस्पिटल बीकानेर रैफर कर दिया गया। पत्रकार सुभाष चौधरी पर बीती रात सूरतगढ़ के किशनपुरा आबादी में रात के करीब 10:00 बजे हमला किया गया। हमलावर अपने वाहन में सवार होकर के आए और जानलेवा हमला किया। पत्रकार के सिर हाथ और आंगो पर चोटें लगी। हमलावरों ने पत्रकार के वाहन को भी क्षति पहुंचाई और फिर भाग गए। पत्रकार को गंभीर हालत में चिकित्सालय पहुंचाया गया उपचार हुआ लेकिन स्थिति बहुत गंभीर थी। सिर की चोट के कारण बीकानेर रैफर किया गया बदन पर काफी चोटें आई हुई है। सिर की चोट से खून के थक्के जमा है ,जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। सूरतगढ़ के पत्रकार बीकानेर में पत्रकार का उपचार देखने पहुंचे।उनका मानना है कि हालत अभी गंभीर है और जांच के बाद मालूम होगा। उधर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्रकार पर हमले को गंभीर मानते हुए पत्र लिखे गए और अभियुक्तों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की गई। अभियुक्तों द्वारा इस्तेमाल उपकरण वाहन बरामदगी जब्ती की मांग की गई।खनन क्षेत्र में जो वाहन ट्रैक्टर जेसीबी आदि इस्तेमाल हो रहे हैं उनको भी जप्त करने की कार्रवाई की मांग की गई। मुख्यमंत्री को लिखा गया कि प्रशासन की ढील के कारण करोड़ों रूपयों का जिप्सम अवैध खनन और बेचान हो रहा है। जिप्सम से भरे अवैध वाहन सडक़ों से निकलते हैं मगर कोई कार्यवाही नहीं होती। मुख्यमंत्री से मांग की गई कि पीबीएम हास्पिटल बीकानेर में पत्रकार का इलाज संभागीय आयुक्त बीकानेर की देखरेख में करवाया जाए ताकि पत्रकार की जान बच सके।
इस मामले को लेकर पुलिस उच्चाधिकारियों को पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर तक को सूचित कर गिरफ्तारियां की मांग की गई। जिला पुलिस अधीक्षक से अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की गई।
प्राप्त सूचना के अनुसार पुलिस ने पत्रकार के पर्चा बयान पर 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।अभी और गिरफ्तारियां व विभिन्न कार्रवाईयांअभी बाकी है।