नाचना जैसलमेर 5 अप्रैल ।
नाचना गांव व क्षेत्र में गहराया चारे का संकट पशुपालकों के लिए लॉक डाउन के चलते पशुओं के लिए चारे का सबसे बड़ा संकट पैदा हो गया है।
वह गांव में आवारा पशुओं की भी भरमार है जो भूख के कारण कचरा गंदगी पर अपनी भूख मिटाने के लिए चारे की तलाश करते नजर आ रहे हैं।
इन दिनों। आवारा पशुओं की हालत बहुत ही। खराब है जो भूख के कारण कचरा गंदगी वह घरों के आगे रखे बर्तनों में अपने भोजन की तलाश करते नजर आ रहे हैं।
नाचना
जैसलमेर जिला पशु प्रधान जिला होने के साथ-साथ जिले में पशुपालकों के लिए चारे का सबसे बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है।
पिछले साल टीडी दल द्वारा फसलों को काफी नुकसान हुआ था जिसके चलते चारे का संकट पहले से ही गहराया हुआ था
वह लोक डाउन के चलते पशुपालकों के लिए चारे का सबसे बड़ा पशुओं को चारा डालने का संकट पैदा हो गया है।
वहीं दूसरी और आवारा पशु भी भूख से। बिलखते हुए कचरा गंदगी वह घरों के आगे रखें। बर्तनों मैं चारे की तलाश कर रहे हैं। वह दिन भर गांव की गलियों वह मुख्य चौराहों पर भूख। के कारण चारे की आस लगाए हुए इधर-उधर उधर मंडरा रहे हैं।