बीकानेर, 10 जनवरी। तेज गति के वाहनों से दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम शुक्रवार को स्वयं राष्ट्रीय राजमार्ग पर निरीक्षण के लिए निकले। इस दौरान तेज गति से आती बस को देखकर उन्होंने चालान काटने के निर्देश जारी किए। गौतम ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर तेज गति और ओवरलोड वाहनों के विरूद्ध अब और सख्त कार्रवाई होगी। पुलिस, प्रशासनिक और परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर संबंधित वाहन मालिक और वाहन चालक सहित खलासी के विरूद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कि थोड़े से आर्थिक लाभ के लिए अनियंत्रित गति और लापरवाही से वाहन चलाकर आमजन की जिंदगी से खिलवाड किया जाना किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्पीड की जांच के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग कर त्वरित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। गौतम ने पुलिस अधीक्षक के साथ शुक्रवार को बीकानेर से श्री डूंगरगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की जांच का कार्य अपने निर्देशन में करवाया।
जिला मजिस्ट्रेट गौतम ने बहुत स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि अगर कोई वाहन निर्धारित गति सीमा से अधिक चलता हुआ पाया जाएगा तो संबंधित वाहन के ड्राइवर और खलासी के साथ-साथ वाहन के मालिक के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही गौतम ने सभी वाहन मालिकों से अपील करते हुए कहा है कि वे अपने वाहन में स्पीड गवर्नर लगाएं और वे स्वयं भी अपने वाहन की समय-समय पर स्पीड की जांच करें और अधिक स्पीड के चलते होने वाली परेशानियों से बचें।
आधुनिक तकनीक और ईज़ाद व्यवस्था से स्पीड पर रहेगी नजर
जिला मजिस्ट्रेट गौतम ने बताया कि बसों सहित अन्य वाहन निर्धारित गति सीमा से अधिक गति में न चलें, इसके लिए उन्होंने टोल-प्लाजा के प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि वे वाहनों की गति पर नजर रखें तथा बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ से लेकर रतनगढ़ तक वाहन को पंहुचने में कितना समय लगता है, इसकी फोर्टनाईटली रिपोर्ट जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाई जाए, ताकि यह एग्जामिन किया जा सके कि वाहन कितनी देर में श्रीडूंगरगढ़ से रतनगढ़ की दूरी तय करता है। अगर निर्धारित समय सीमा से कम समय में वाहन पंहुचता है, तो इसका मतलब है कि वाहन निर्धारित गति सीमा से अधिक गति से चला है। ऐसे वाहन चालकों के विरूद्ध चालान काटकर सीधे उनके घर भेजा जाएगा और वसूली की जाएगी। यह व्यवस्था गत दिनों भी प्रारम्भ की गई थी इसके तहत श्रीडूंगरगढ़ थाने से छह वाहनों की सूचना मिली थी जो एक टोल नाके से दूसरे नाके तक निर्धारित समय से पहले पहुंच गए थे। इनके विरूद्ध कार्यवाही की गई। जिला निर्वाचन अधिकारी ने पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के संवेदनशील मतदान केन्द्रों का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी व्यवस्थाएं चाक चैबंद रहे इसके पूरे इंतजाम किए जाएं। गौतम ने ग्रामीणों से बातचीत कर तैयारी का फीडबैक लिया और निष्पक्ष पारदर्शी और निर्भीक होकर मतदान करने की अपील की। उन्होंने सैरूणा थाने का भी निरीक्षण किया।