नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध और समर्थन में सोमवार को भी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन जारी है। इस बीच वजीराबाद रोड पर प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को फूंक डाला है, इससे पुलिस को भी पीछे हटना पड़ा है। मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्वी दिल्ली में हिंसा कर रहे लोगों ने दो घरों में आग लगा दी है। वहीं, जाफराबाद रोड पर घरों को भी फूंका जा रहा है। सड़क पर उतरकर उपद्रवी गोलियां चला रहे हैं और सरेआम पिस्टल लहरा रहे हैं। रास्ते में एक शख्स को गोली भी मार दी गई है। पुलिस पूरी तरह बेबस दिख रही है।

मौजपुर इलाके में एक शख्स हवाई फायरिंग करता नजर आ रहा है. पुलिस कर्मी उसे मना करता नजर आ रहा है, तब भी वह शख्स फायरिंग कर रहा है. वह शख्स फिर पुलिस के पास आकर बात करता है और फिर फायरिंग करता है. दिल्ली में भड़की हिंसा के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है.

वहीं, करावल नगर रोड स्थित शेरपुर चौक पर देर रात हिंसा में आगजनी के बाद लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। जहां एक समुदाय के लोग हाथ में डंडे लेकर नारे लगा रहे हैं, वहीं दूसरी और चांद बाग की पुलिया के पास दूसरे समुदाय के लोगों की भी भीड़ उमड़ रही हैं।
मौजपुर में हालात इस कदर खराब हैं कि 50 मीटर की दूरी पर आमने-सामने नारेबाजी हो रही है और पुलिस के सामने तलवारें लहराई जा रही हैं। साथ ही पुलिस पर भी पथराव हुआ है। मौजपुर में पत्थरबाजों ने एक दीवार तोड़ दी है। 1992 में पहली बार यह दीवार टूटी थी, फिर 2007 में सीलिंग को रोकने के लिए इस दीवार को तोड़ा गया था। अब फिर से इस दीवार को तोड़ दिया गया।

मौजपुर में कुछ इलाकों में घरों से लोग पत्थरबाजी कर रहे हैं, जिससे कई घरों के शीशे टूटने की भी खबर है। इस बीच बाबरपुर में दो गुटों के बीच फिर से पत्थरबाजी शुरू हो गई है। इसमें कई लोगों के घायल होने के खबर है। वहीं, हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। साथ ही बातचीत कर माहौल को शांत करवाने का प्रयास भी कर रही है।

दिल्ली के नार्थ ईस्ट जिले में रविवार को हुई हिंसा मामले में कुल चार FIR दर्ज हुई हैं। इनमें एक जफराबाद, एक मौजपुर और मामले दयालपुर में दर्ज हुई है। रविवार को हुए हिंसक प्रदर्शनों में कुल 11 लोग घायल हुए हैं। इनमें 10 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इसी के साथ पांच गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया, जिनमें दो ऑटो और तीन बाइक हैं।

दिल्ली के जाफराबाद और करावलनगर में रविवार को हिंसक प्रदर्शन के बाद सोमवार को CAA के समर्थन में भी प्रदर्शन जारी है। पूर्वी दिल्ली के मौजपुर चौक पर सोमवार सुबह हनुमान चालीसा का पाठ शुरू किया गया है। य़हां पर जय श्रीराम के नारे भी लगाए जा रहे हैं।
पूर्वी दिल्ली के मौजपुर चौक पर महज़ 10 से 15 पुलिसकर्मी तैनात है। सोमवार सुबह पुलिस की व्यवस्था पूरी तरह से फेल नज आ रही है, जिसके दिल में जो आ रहा है वह वो कर रहा है। इस बीच एक युवक की पिटाई की भी खबर है।
करावल रोड पर रविवार देर रात हुई हिंसा को देखते हुए हिंसा स्थल के पास रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया गया है। इस फोर्स में दंगे के समय इस्तेमाल होने वाली मशीनरी को भी तैनात किया गया है, ताकि कोई हिंसा होती हैं तो उस पर काबू पाया जा सके।

संभावित बवाल के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने जाफराबाद और मौजपुर मेट्रो स्टेशन को सोमवार सुबह से ही बंद कर रखा है। उधर, कुछ इलाकों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संसोधन कानून का समर्थन कर रहे लोगों ने पुलिस बैरिकेड व पत्थरों से बाबरपुर रेड लाइट के पास सड़क बंद की हुई है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।

दिल्ली यातायात पुलिस सीलम पुर से मौजपुर के रास्ते में बैरिकेड लगा दिया है, जिससे आवागमन बाधित है।
मालवीय नगर के हौजरानी एरिया में सीएए के विरोध में मार्च निकाल रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ बदतमीजी करते हुए धक्‍कामुक्‍की भी की। इस दौरान कई महिला पुलिसकर्मियों को चोट लगी है। धक्‍का मुक्‍की में कई महिला पुलिसकर्मी बैरिकेड पर ही गिर पड़ी।
पूर्वी दिल्ली के मौजपुर चौक को सीएए के सर्मथकों ने अभी भी मार्ग बंद किया हुआ है। चौक के पास विक्टर पब्लिक स्कूल है। छोटी कक्षाओं के बच्चों की परीक्षा है, बच्चे परीक्षा देने नहीं जा पा रहे हैं। जो जा रहे हैं प्रदर्शनकारी उनसे कह रहे हैं दूसरे रास्ते से जाओ माहौल खराब है, परीक्षा रद कर दो ज़रूरी नहीं है तो।
रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में यमुनापार में कई दिनों से चल रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने रविवार को सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। जाफराबाद रोड पर मौजपुर तिराहे के पास जमकर पथराव और फायरिंग हुई। करीब 4:30 बजे शुरू हुए पथराव में पांच पुलिसकर्मियों सहित 15 से अधिक लोग जख्मी हो गए। इसके बाद देर रात करावल नगर के शेरपुर चौक पर मामूली बात पर हिंसा हुई। यहां पथराव के साथ ही कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।

हालात इस कदर अनियंत्रित हो गए कि पुलिस मौके पर पहुंचने के बावजूद बैकफुट पर आ गई और उसे वापस लौटना पड़ गया। उधर, पूर्वी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने दोनों जगह स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया है। साथ ही जाफराबाद में फायरिंग होने की बात से भी इन्कार किया है।
जाफराबाद में सीएए के विरोध में डेढ़ माह से सड़क किनारे टेंट लगाकर महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं। शनिवार रात उन्होंने जाफराबाद रोड को बंद कर दिया। रविवार सुबह पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर मौजपुर से सीलमपुर जाने वाले एक रास्ते को खुलवा दिया, लेकिन सीलमपुर से मौजपुर जाने वाला मार्ग बंद रहा। इस बीच प्रदर्शनकारी जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे धरने पर बैठे रहे।
रविवार दोपहर करीब तीन बजे यहां से लगभग 500 मीटर दूर भाजपा नेता कपिल मिश्र पार्षद कुसुम तोमर व अन्य समर्थकों के साथ मौजपुर लाल बत्ती पर सीएए के समर्थन में धरने पर बैठ गए। यहां पर जय श्रीराम और देश के गद्दारों को.. जैसे नारे लगने शुरू हो गए। इस दौरान करीब 100 मीटर दूर मौजपुर तिराहे पर कबीर नगर और कर्दमपुरी से लोग जुटने लगे। उन्होंने सीएए के विरोध में आजादी के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस बीच कपिल मिश्र के धरने पर पथराव किया गया तो कपिल मिश्र के समर्थन में बाबरपुर- मौजपुर से लोग जुटने लगे। देखते ही देखते दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया।

कबीर नगर में घरों की छत से लोग पत्थर और कांच की बोतलें फेंकते रहे। स्थिति ऐसी हो गई कि पुलिस की तरफ से लगाए गए बैरिकेड के अलावा डिवाइडर को भी तोड़ दिया गया। पुलिस की मौजूदगी में सीएए समर्थक और विरोधी 100 मीटर की दूरी पर आमने-सामने आधे घंटे तक एक-दूसरे पर पत्थर बरसाते रहे। इसमें जख्मी हो रहे लोगों को पथराव करने वालों ने ही वहां से बाहर निकाला। बाद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस बीच विरोधी पक्ष का जो भी व्यक्ति दोनों पक्षों के हाथ आया, उसकी जमकर पिटाई की गई। शाम करीब 6:45 बजे यहां स्थिति नियंत्रण में आ गई।

रात नौ बजे करावल नगर के शेरपुर चौक पर हिंसा हुई। यहां एक दुकान पर चिकन खरीदने के दौरान राकेश गुर्जर नामक युवक का दुकानदार से विवाद हो गया। इसके बाद आसपास के लोग एकत्र हो गए और सांप्रदायिक तनाव हो गया। दोनों गुटों में जबरदस्त मारपीट हुई। तीन ऑटो, दो मोटरसाइकिलों, एक कार सहित यहां खड़े करीब 10 वाहनों में आग लगा दी गई। यहां मुख्य रूप से चांद बाग और मूंगा नगर में रहने वाले लोगों के बीच टकराव हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस आने लगी तो उसे शेरपुर चौक तक नहीं पहुंचने दिया गया। रात 12 बजे के बाद तक यहां पथराव चल रहा था। चांद बाग के पास भी सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस घटना को भी सीएए से जोड़कर ही देखा जा रहा है। फिलहाल जाफराबाद के साथ ही करावल नगर क्षेत्र के लोगों में दहशत है।