– परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल, पूरे मोहल्ले में नहीं जले चूल्हे
पाली/रास/जैतारण। रास थाना क्षेत्र के सार्वजनिक तालाब में बने बड़े गड्डे में भरे बरसाती पानी में नहाने उतरे चार बालकों की बुधवार को डूबने से मौत हो गई। जिनके शव निकालकर सीएचसी रास में रखवाए। एक ही मोहल्ले के 4 मासूमों की मौत से गांव में शोक छा गया। देर शाम को दो मासूमों की अर्थी तथा दो मासूमों का जनाजा निकला तो हर किसी की आंख नम हो गई। इधर मृतक परिवारों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनके जिगर के टुकड़े अब इस दुनिया में नहीं हैं। ग्रामीण उन्हें सांत्वना देते नजर आए।
एसपी कालूराम रावत ने बताया कि डूबने से रास निवासी 10 वर्षीय आसिफ पुत्र सलाम तेली, रास निवासी 16 वर्षीय अजान पुत्र फरमान खान, सेवरिया दरवाजा रास निवासी 10 वर्षीय मुकेश पुत्र भंवरूराम मेघवाल, सेवरिया दरवाजा रास निवासी 8 वर्षीय अजय पुत्र भंवरूराम मेघवाल की डूबने से मौत हो गई। जिनके शव स्थानीय गोताखोरों की मदद से निकलवा रास सीएचसी में रखवाए।
जैतारण-रायपुर क्षेत्र में पिछले दिनों अच्छी बरसात होने से गांव के तालाब में जगह-जगह नरेगा कार्य के तहत खोदे गए गड्डों में पानी भर गया। तालाब में जिस गड्डे में बालक डूबे उसमें करीब 8-9 फीट पानी था। डूबने वाले चारों बालक एक ही मौहल्ले के थे। दोपहर करीब तीन बजे 5 बच्चे नहाने के लिए तालाब में गए। कपड़े खोल 4 जने पानी में उतरे। 7 साल का जावेद नहाने नहीं उतरा। चारों जैसे ही पानी में उतरे गहरे पानी में चले गए। तैरना नहीं आने के कारण चारों डूबने लगे। उन्हें तड़पता देख जावेद तुरंत घर की ओर भागा तथा परिजनों को सूचना दी। परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे तब तक चारों पानी में डूब चुके थे। ग्रामीण जयप्रकाश माली, हनुमानराम सेवग सहित अन्य बालकों को निकालने के लिए पानी में उतरे। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद एक के बाद एक चारों बालकों के शव पानी से बाहर निकाले तथा उन्हें रास सीएचसी में रखवाया। मौके पर रायपुर एसडीएम डॉ भास्कर विश्नोई, सीओ जैतारण सुरेश कुमार मयजाप्ता मौके पर मौजूद रहे। एक साथ चार बच्चों के डूबने की सूचना पर एसपी कालूराम रावत भी मौके पर पहुंचे। तथा मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल, गांव में छाया मातम
एक साथ चार मासूमों की मौत से पूरे गांव में मातम छाया रहा। मृतकों के मोहल्ले में अधिकतर घरों में चूल्हे नहीं जले। दो मासूमों की अर्थी व दो मासूमों का जनाजा निकला तो हर ग्रामीण की आंख नम नजर आई। मृतकों की मां का रो-रो कर बुरा हाल था। उन्हें परिजन व ग्रामीण महिलाएं सांत्वना देती नजर आई लेकिन उन्हें अब भी यकिन नहीं हो रहा था कि उनके दिल के टुकड़े अब इस दुनिया में नहीं रहे।
– तीन भाईयों के परिवार के बीच अकेले चिराग थे मुकेश, अजय
भंवरूराम मेघवाल भवन निर्माण कार्य पर मजदूरी करता हैं। उसकी पत्नी गृहणी हैं। 10 वर्षीय मुकेश व 8 वर्षीय अजय तथा 7 साल की भावना उसकी संतान हैं। मुकेश व अजय मौत की मौत हो चुकी है अब 7 साल की भावना ही भंवरू के परिवार में संतान के रूप में बची हैं। ग्रामीणों ने बताया कि भंवरू के दो भाई गिरधारीलाल दो बेटियां व घनश्याम के एक बेटी हैं। दोनों के बेटा नहीं हैं। ऐसे में तीनों परिवारों के बीच मुकेश व अजय का खूब लाड-प्यार किया जाता था। दोनों की अकाल मौत से परिजनों पर मानों दुखों का पहाड़ टूट गया। भंवरू की पत्नी को तो अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि उसके बेटे अब दुनिया में नहीं हैं।
बेटे की मौत का समाचार सूना तो हजारों किलोमीटर दूर बैठे पिता की आंखों से छलके आंसू
रास निवासी फरमान काम काज के सिलसिले में सऊदी अरब में हैं। उनके दो बेटे हैं 16 वर्षीय अजान व 7 वर्षीय फैजान। फरमान की पत्नी वह दोनों बेटे ऑटो चालक अपने दादा मंजूद बेग के पास रास में रहते हैं। 16 वर्षीय अजान भी दोस्तों के साथ नहाने गए थे। जहां डूबने से उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद फरमान की बीवी गहरे सदमे में चली गई। जिसे परिजन सांत्वना देते नजर आए।
हादसे की जानकारी मिलते ही दुकान छोड़ भागा सलाम
बाइक मरम्मत का काम करने वाले सलाम के दो बेटे 10 वर्षीय आसिफ व 7 वर्षीय जावेद। दोनों अपने दोस्तों के साथ तालाब में नहाने गए थे। जहां डूबने से आसिफ की मौत हो गई। जावेद अंदर नहीं उतरा इसलिए बच गया। उसी ने घर आकर हादसे की सूचना दी।