_बाल व शिशु रोग विशेषज्ञ अत्याधुनिक चिकित्सा की सुविधा
की जानकारी आम लोगों को दें-डॉ.पी.सी.खत्री

बीकानेर, । वरिष्ठ बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.पी.सी. खत्री ने कहा है कि बाल एवं शिशु रोग अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा की जानकारी आम लोगों को दें तथा नवजात शिशुओं की मृत्यु दर कम करने, उनमें शारीरिक,मानसिक विकृृतियों को दूर करने में सहभागी बनें। विश्व स्वास्थ्य संगठन, भारत व राजस्थान सरकार व विभिन्न बाल एवं शिशु रोग संगठनों के उद्धेश्यों को सचेष्टता, समझदारी व मानवीतया को सर्वोपरि रखते हुए पूरा करें।
डॉ.खत्री रविवार को होटल लक्ष्मी निवास में निओ क्लिनिक चिल्ड्रन अस्पताल जयपुर एवं बीकानेर पीड्रियाट्रिक सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की राष्ट्रीय सेमिनार के उद्््धाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप् में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समय के साथ चिकित्सा के साधन व सुविधाओं का विस्तार हुआ, जानकारी के अभाव में अनेक लोग इन सुविधाओं का लाभ नहीं ले सकते। चिकित्सा की आधुनिक सुविधाओं की जानकारी चिकित्सक आमजन को दें।
भारत में विख्यात व निओ क्लिनिक चिल्ड्रन अस्पताल जयपुर के प्रमुख चिकित्सक डॉ. बी.एस.शर्मा ने कहा कि जयपुर सहित देश के अनेक स्थानों पर बाल एवं शिशुओं की विभिन्न बीमारियों के ईलाज के लिए निजी व सरकारी अस्पतालें है, पर्याप्त जानकारी के अभाव में अभिभावक अपने शिशु व बच्चों का ईलाज नहीं करवा पाते। उन्होंने बताया कि निओे क्लिनिक चिल्ड्रन अस्पताल जयपुर में अत्याधुनिक सुविधाओं का प्रमुख चिकित्सालय के रूप् में प्रतिष्ठित हुआ है । बीकानेर संभाग के चिकित्सक अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों का लाभ मरु क्षेत्र के लोगों को दिलवाने में सहभागी बनें।
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध बाल एवं शिशु रोग अस्पताल के अधीक्षक डॉ.पी.के.बेरवाल ने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों के मार्ग दर्शन से बीकानेर के निजी एवं सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक व पी.जी.करने वाले विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। वे अत्याधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में राज्य, राष्ट्रीय स्तर ही नहीं विश्व स्तर पर होने वाले नवाचार से शिशुओं व बच्चों की मृत्यु व विकलांगता तथा विकृति दर को रोकने में सहभागिता निभाएंगे। वरिष्ठ बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.रेणु अग्रवाल, बीकानेर पीड्रियाट्रिक सोसायटी के अध्यक्ष डॉ.कुलदीप बिट््ठू, डॉ.श्याम अग्रवाल ने आयोजन के महत्व को उजागर किया तथा अतिथियों का स्वागत किया।
निओ अस्पताल जयपुर के प्रबंध निदेशक व बाल एवं शिशुओं के क्रिटिकल रोग विशेषज्ञ डॉ.जे.के मित्तल ने आधुनिक समाज में चिकित्सा के क्षेत्र में होने वाली सुपर स्पेशिलिटी सेवाओं व तकनीकी तथा चिकित्सीय प्रगति व चुनौतियों से अवगत करवाया। कार्यशाला में 70 चिकित्सकों को डेमों के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों ने शिशुओं व बच्चों में अति गंभीर बीमारियों के अत्याधुनिक ईलाज के बारे में बताया। जयपुर डॉ.रोहित जैन व अभिषेक गोयल और बीकानेर के डॉ.गौरव गौम्बर ने नवजात शिशुओ में होने वाली सांस की तकलीफों व ईलाज, ’’सरफैक्टैन्ट’’ व ’’वेन्टीलेटर के उपयोग की जानकारी दी। जयपुर के डॉ.योगेश जोपट व डॉ.चन्द्र प्रकाश गुप्ता ने गुर्दा फेल होने पर डायलेसिस की, भारत में अपनी पहचान रखने वाले सर्जन डॉ. अतुल गुप्ता ने पैदाइशी बच्चों में होने वाली जन्म जात विकृृतियों यथा पोटी व सांस नली का रास्ता बंद होने की स्थिति में होने वाली की सर्जरी की वीडियो के माध्यम से दी। डॉ.गुप्ता ने कहा कि शिक्षा के अभाव में प्रदेश के लोग अंध विश्वास व अभिशाप मानकर सर्जरी नहीं करवाकर बच्चों की जान जोखिम में डाल देते हैं। उन्होंने बताया कि दर्द रहित, दूरबीन से भी वर्तमान में नवजात शिशुओं की सर्जरी की जा रही है। पूर्व में रूपेश माथुर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि निओ अस्पताल में, श्वास, अस्थि, मानसिक रोग, हृदय रोग, बर्न यूनिट व बाल ग्रंथी रोग विभाग व उनके चिकित्सकों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 75 बैंड का बच्चों का उत्तरी भारत का सबसे बडा़ अस्पताल है। जिसमें 35 बच्चों के सुपर स्पेशलिस्ट सेवाएं दे रहे है। पायोनियर मेडिकल डिवाईस जयपुर की ओर से बच्चों एन.आई.सी.यू. का प्रदर्शन अत्याधुनिक उपकरणों के साथ किया। वक्ता चिकित्सकों से बीकानेर के अनेक चिकित्सकों यथा डॉ.महेश शर्मा, डॉ. गिरीश प्रभाकर, डॉ.गौरव गोम्बर डॉ.मुकेश बेनीवाल, डॉ.सारिका स्वामी, डॉ.पवनडारा, डॉ.संजीव चाहर तथा नागौर,चूरू व बीकानेर जिले के विभिन्न स्थानों से आए निजी व सरकारी चिकित्सालयों के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञों ने बेहतर चिकित्सा के लिए संवाद किया।