गंगाशहर, । पर्युषण महापर्व का पंचम दिवस अणुव्रत चेतना दिवस के रूप में सेवा केन्द्र व्यवस्थापिका साध्वी श्री पावनप्रभा जी के सान्निध्य में शांति निकेतन में मनाया गया। साध्वीश्री पावनप्रभाजी ने अपने उद्बोधन में अणुव्रत का अर्थ बताते हुए कहा कि अणुव्रत का अर्थ है छोटे.छोटे संकल्प। छोटे.छोटे संकल्पों द्वारा अपनी इच्छाओं एवं वासनाओं को नियंत्रित करना ही अणुव्रत है। साध्वीश्री प्रभाश्री जी ने कहा कि अणुव्रत आचार्य श्री तुलसी द्वारा मानवता को दिया गया अनुपम अवदान हैद्य हमें सदा अपने कार्यों में प्रामाणिकता बरतनी चाहिएद्य जो व्यक्ति दूसरों को धोखा देने का प्रयास करता है वह स्वयं धोखा खा जाता है. साध्वी श्री अक्षयप्रज्ञा जी ने प्रतिक्रमण के बारे में जानकारी दी. ज्ञानशाला संयोजक जतन संचेती ने ज्ञानशाला के बारे में बताते हुए अभिभावकों को बच्चों को ज्ञानशाला में भेजने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि समण संस्कृति संकाय द्वारा जैन विद्या परीक्षा आगामी 25 व 26 सितम्बर ऑनलाइन आयोजित होगी। इच्छुक व्यक्ति 15 सितम्बर तक आवेदन कर सकता है.
तेरापंथी सभा के उपाध्यक्ष प्रकाश भंसाली ने अणुव्रत पर अपने विचार व्यक्त किये। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र बोथरा ने अणुव्रत प्रबोधन प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए उसमें सहभागी बनने के लिए कहा.
तेरापंथ भवन में बुधवार को निःशुल्क वेक्सीनशन शिविर सरकार के सहयोग से लगाया गया जिसमे लोगों ने बढ़चढ़कर भाग लिया और 235 लोगों ने वक्सीनशन करवाया । पार्षद सुमन छाजेड़ , शिवजी पडिहार , जेठमल व सरिता नाहटा , इन्दर राव व मघाराम नाई , युवक परिषद् , किशोर मण्डल व कन्या मंडल के सदस्यों ने भी व्यवस्था बनाने में सहयोग किया। तेरपंथी सभा अध्यक्ष अमर चन्द सोनी ने सभी का आभार जताया।