जोधपुर।जोधपुर के रावण का चबूतरा मैदान में पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया। ‘विकासशील राजस्थान-उद्यमशील राजस्थान’ की मुख्य थीम पर केन्द्रित 33वां उत्सव 15 जनवरी तक चलेगा।
जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में उद्योग, शिक्षा, पानी, सड़क, स्वास्थ्य सहित सभी क्षेत्रों में सर्वार्गीण विकास हुआ है। यहां 33 साल पहले सूचना केंद्र में शुरू हस्तशिल्प उत्सव आज विशाल स्वरूप ले चुका है। जोधपुर में हुए विकास कार्यों, नवाचारों की झलक भी प्रदर्शनी में देखने को मिली है। जोधपुर में देश की सभी बड़ी आईआईटी, निफट, आयुर्वेद विश्विद्यालय सहित तमाम संस्थाएं एक साथ हैं, उतनी देश के किसी और शहर में नहीं है। प्रदेश के चहुमुंखी विकास में किसी भी तरह से कमी नहीं आने दी जाएगी।
उत्सव में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए उत्पादों की जानकारी लेकर हस्तशिल्पियों का हौसला बढ़ाया। समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जोधपुर में पहले ट्रेनों से पानी लाया जाता था, आज यहां पानी की कमी नहीं है। यहां 65 करोड़ रुपए लागत से सभागार बन रहा है। साथ ही, 680 करोड़ रुपए लागत से फिनटेक इंस्टीट्यूट स्थापित हो रहा है। इन्दिरा गांधी लिफ्ट केनाल के तृतीय चरण में 1400 करोड़ रुपए की पेयजल योजना का काम हो रहा है।
राजस्थान में औद्योगिक विकास से लेकर हर तरह का विकास हुआ है। इससे विकास का सुनहरा स्वरूप सामने आया है। लघु कुटीर उद्योग और हस्तशिल्प क्षेत्र से जुड़े कार्यों में जोधपुर ने देश-दुनिया में नाम कमाया है। एमएसएमई एक्ट के अन्तर्गत उद्योगों को रियायतें देने का क्रान्तिकारी काम किया है। हर दृष्टि से औद्योगिक विकास और प्रोत्साहन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इन नीतियों को देश में सराहा भी जा रहा है। कम संसाधनों के बावजूद भी प्रदेश में हस्तशिल्प क्षेत्र ने प्रगति की है।
औद्योगिक विकास की दृष्टि से राजस्थान का सुनहरा भविष्य है। इन्वेस्ट राजस्थान में 11 लाख करोड़ रुपए के एमओयू होने भी शुभ संकेत हैं। औद्योगिक इकाइयों का जाल बिछ रहा है। रिफाइनरी का काम हो रहा है। खजूर, अनार की खेती हो रही है। हर ब्लॉक में रीको के औद्योगिक क्षेत्रों का विकास हो रहा है। इससे इकाइयां बढ़ेंगी, रोजगार के अवसरों में अभिवृद्धि होगी। स्टार्टअप्स और आईटी से युवाओं को फायदा मिलेगा। दिल्ली-मुम्बई कॉरिडोर से व्यवसायियों को फायदा मिलेगा। आने वाले समय में रोहट में बहुत बड़ा औद्योगिक परिक्षेत्र विकसित होगा।
राजस्थान हैप्पीनेस इंडेक्स में आगे है। राज्य में जनकल्याणकारी योजनाओं और नीतियों के चलते जीडीपी ग्रोथ में भी राज्य देश में दूसरे नंबर पर आ गया है। ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ में 10 लाख तक के निःशुल्क इलाज के प्रावधान से आमजन को राहत मिल रही है। इसमें 5 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा भी शामिल है।
उत्सव में केन्द्रीय पांडाल, औद्योगिक प्रदर्शनी, विकास प्रदर्शनी, सी-वर्ल्ड, आदिदेव महादेव की प्रतिमा आदि का अवलोकन किया। प्रदर्शित उत्पादों व मॉडल्स आदि की जानकारी लेकर लोगों का हौसला बढ़ाया। आयोजन जोधपुर जिला प्रशासन, जिला उद्योग केन्द्र उद्यम प्रोत्साहन संस्थान, जयपुर तथा नोडल एजेन्सी मरुधरा इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इसमें लगभग 750 स्टॉल्स स्थापित हैं। इसमें देश के 18 राज्यों से 700 से अधिक आर्टिजन्स हिस्सा ले रहे हैं।
पीसीसी अध्यक्ष श्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में ऐतिहासिक जनकल्याणकारी विकास कार्य हुए है। इन्हें जन-जन तक पहुंचाने के लिए अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुन्तला रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बेहतर और मैत्रीपूर्ण औद्योगिक विकास का माहौल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें कोई कमी नहीं रखी जाएगी। प्रभारी मंत्री एवं तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि जोधपुर के उद्योग एवं हस्तशिल्प क्षेत्र की देश-दुनिया में अनूठी पहचान है। उत्सव के संयोजक, रीको के स्वतंत्र निदेशक श्री सुनील परिहार ने आयोजन के उद्देश्यों एवं गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी।
उत्सव राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल, राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह सोलंकी, राजस्थान मेला प्राधिकरण उपाध्यक्ष श्री रमेश बोराणा, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी अध्यक्ष श्रीमती बिनाका जेश मालू, विधायक श्रीमती मनीषा पंवार, श्री किसनाराम विश्नोई, श्री हीराराम, श्री महेन्द्र विश्नोई, महापौर श्रीमती कुन्ती देवड़ा परिहार, संभागीय आयुक्त श्री कैलाश चन्द्र मीना, उद्योग आयुक्त श्री महेन्द्र पारख, जिला कलक्टर श्री हिमांशु गुप्ता सहित उद्यमी, हस्तशिल्पी, औद्योगिक जगत से जुड़े प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।