बीकानेर, 4 दिसम्बर। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणि प्रभ सूरिश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती साध्वीश्री शशि प्रभाश्रीजी.म.सा. के सान्निध्य बुधवार को पांच दिवसीय पंच परमेष्ठी प्रीति परिणयोत्सव रांगड़ी चैक के सुगनजी महाराज के उपासरे में शुरू हुए। साध्वीश्री सज्जनश्रीजी म.सा. की 30 वीं पुण्यतिथि एवं साध्वीश्री सुलक्षणा म.सा. की याद में आयोजित उत्सव 8 दिसम्बर तक चलेंगे।
खरतरगच्छ युवा परिषद के मंत्री मनीष नाहटा ने बताया कि बुधवार को सुगनजी महाराज के उपासरे में भक्ति संवेदना, महा प्रभावी उवसग्गहरं महापूजन हुआ। पूजन के दौरान उज्जैन के विधिकारक हेमंत भाई व साध्वीश्री सौम्यगुणा ने मंत्रोच्चारण के साथ आठ पदों सहित देवी-देवताओं का पूजन करवाया तथा कालसर्प दोष निवारण के लिए 8 प्रकार के सर्पों का पूजन करवाया। पूजन व प्रभावना का लाभ लेने वाले कन्हैयालाल, महावीर व नमन कुमार नाहटा, राज लक्ष्मी, सुमित कुमार सुखानी ने उपासरे में स्थापित विभिन्न प्रकार के अन्न से अंकित मंडप पर धूप, दीप, नेवैद्य व पुष्प आदि पूजन करवाया। गुरुवार को सुबह नौ बजे प्रवचन, गुरु सज्जन के जीवन दर्शन की भाव संवेदना, सुबह साढ़े दस बजे कर्म संवेदना के तहत मोहनीय कर्म पूजा, शुक्रवार 6 दिसम्बर को सुबह नौ बजे संगीत संवेदना-सज्जन काव्यांजलि का भावो उद्घाटन, दस बजे अर्थ सहित दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा नाहटा चैक के कुशल भवन में होगी।
नाहटा ने बताया कि 7 दिसम्बर शनिवार को कुशल भवन में ही सुबह नौ बजे ’’सद्गुणों के सुमेरू पर एक महान साधिका की संयम संवेदना’’ लघु नाटक का मंचन किया जाएगा। इसी दिन अनेक श्रावक-श्राविकाएं नीवी की साधना करेंगे। पांच दिवसीय आयोजन के अंतिम दिन रविवार 8 दिसम्बर को सुबह नौ बजे कुशल भवन में ही गच्छ गौरव संवेदना चारों दादाबाड़ियों की भाव यात्रा’’ का आयोजन होगा। पांचों दिनों के कार्यक्रम श्री खरतरगच्छ श्रीसंघ के सहयोग से आयोजित किए जाएंगे।