प्रशांत कुमार(कोशी ब्यूरों)

बिहार(सुपौल)-सुपौल के त्रिवेणीगंज के कुछ पत्रकारों को सही खबर लिखना महंगा पड़ गया।दरअसल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 20 जुलाई को पत्रकार का धौंस दिखा कर एक तालिमी मरकज के स्वयंसेवक पप्पू आलम ने त्रिवेणीगंज एसडीएम प्रमोद कुमार के नामों का दुरुपयोग करते हुए व्यापारियों से अवैध राशि की मांग करने लगा। जिसका विरोध व्यापारी द्वारा करने पर व्यापारी और तालिमी मरकज के स्वयंसेवक जो अपने आपको पत्रकार कहते है।

दोनों के बीच झगड़ा हो गया जो मारपीट में तब्दील हो गया।अंत में मामला जदिया थाना पहुंच जहां दोनों पक्षों के लिखित आवेदन पर व्यापारी और तालिमी मरकज के शिक्षक सह कथित पत्रकार दोनों पर जदिया थाना में प्राथमिकी दर्ज हो गई।दर्ज एफआईआर को साक्ष्य मानकर प्रिंट मीडिया के पत्रकारों ने विभिन्न अखबारों में खबर का प्रकाशन किया।जिससे बौखलाए तालिमी मरकज के स्वयंसेवक सह कथित पत्रकार पप्पू आलम अपने किसी परिजन से करीब दस पंद्रह दिनों पूर्व हुए दुष्कर्म के मामले को जोड़ते हुए एक लाइव टीवी समाचार के पोर्टल पर तीन पत्रकारों यथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संत सरोज, दैनिक भास्कर के करण कुमार और ओम एक्सप्रेस के स्वतंत्र संवाददाता प्रशांत कुमार की छवि को धूमिल करते हुए बिना किसी साक्ष्य के फर्जी खबर चला दिया है जो बिल्कुल ही गलत, निराधार और असत्य है पप्पू आलम ने इन स्वच्छ पत्रकारों के छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है।इस घटना को लेकर अनुमंडलीय पत्रकार संघ में काफी आक्रोश है पत्रकारों ने जिला प्रशासन से ऐसे तालिमी मरकज के शिक्षक सह फर्जी पत्रकार पप्पू आलम पर कानूनी कार्यवाई की मांग की है।वहीं इस मामले में एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि 20 जुलाई को पप्पू आलम और कोरियापट्टी बाजार के दुकानदार के बीच झड़प होने की सूचना मिली थी दूसरे दिन अखबारों के माध्यम से मामले की जानकारी मिली थी। इस मामले में मैं कहीं भी नहीं हूं। मेरे नामों का पप्पू आलम दुरुपयोग कर रहा है मैं न तो पप्पू आलम को जानता तक नहीं हूं हालांकि इस घटना के संबंध में यह भी जानकारी मिली है कि कोरियापट्टी के दुकानदार और पप्पू आलम के बीच हुई घटना में जदिया थाना में दोनों पक्षों पर केस हुई है जिसमें भी पप्पू आलम मेरे नाम और पद का दुरुपयोग किया है जो गलत और निराधार है।