– निजी क्षेत्र में भी शराबियों को नौकरी देने पर लगाई जा सकती है रोक

रिपोर्ट – अनमोल कुमार

पटना ।बिहार में शराब तस्करों पर लगाम लगाने के लिए मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसके तहत विभाग ने हर जिले में 50 किमी की दूरी पर एक गश्ती दल लगाया है। यह गश्ती दल सड़क से लेकर नदियों तक शराब की तस्करी पर पैनी नजर रखेगा और इसके लिए ड्रोन की मदद ली जाएगी। इसके अलावा शराब पीने वालों की धर-पकड़ तेज करने के लिए विभाग ने उपयुक्त संख्या में ब्रेथ एनालाइजर की खरीद की निविदा निकाली है। इसे हर गश्ती दल को दिया जायेगा। वहीं गुप्त सूचना देने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हे इनाम दिया जायेगा। जिलों में छापेमारी और गश्ती के लिए गाड़ी और इंधन की व्यवस्था की जा रही है।
एक अन्य बड़े कदम के रूप में नीतीश कुमार की सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करने के बाद अब निजी क्षेत्र पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। इसके तहत शराबियों को नौकरी नहीं देने का कदम उठाया जा सकता है।

– सीएम समेत पूरे कैबिनेट ने शराबबंदी पर ली थी शपथ
गौरतलब है कि 26 नवंबर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके मंत्रिमंडल ने पटना के ज्ञान भवन में अन्य लोगों के साथ शराब का सेवन नहीं करने की शपथ ली थी। इन्होंने शपथ ली कि वे न तो शराब का सेवन करेंगे और न ही इससे जुड़ी किसी भी गतिविधि में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं की मांग पर यह कानून बनाया गया था। विधानसभा और विधान परिषद ने सर्व-सम्मति से इसका प्रस्ताव पारित किया है। इसलिए शराबबंदी पर किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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