– तमिलनाडु लिस्ट में पहले नंबर पर नई दिल्ली।चीन (China) से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) का असर अब भारत(India) में तेजी से देखने को मिल रहा है. भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. यही कारण है कि देश के 730 जिलों में से 170 जिलों को कोरोना वायरस हॉटस्पॉट (Hotspot) घोषित किया जा चुका है.
बता दें कि जिन 170 जिलों को कोरोना वायरस हॉटस्पॉट घोषित किया गया है उनमें देश की 37 फीसदी आबादी रहती है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक तमिलनाडु के 37 में से 22 जिलों को रेड जोन में रखा गया है जो कि देश के किसी भी राज्य की तुलना में सबसे ज्यादा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को देश के 20 राज्यों और पांच केंद्र शासित प्रदेशों में से 170 जिलों को हॉटस्पॉट घोषित किया है. ये वो इलाके हैं जहां पर कोरोना के सबसे ज्यादा केस मिले हैं.केंद्र सरकार की ओर से भी राज्यों को यह भी बताया गया है कि देश में 11 राज्य और केंद्र शासित प्रदशों में एक भी जिला हॉटस्पॉट नहीं है.
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने 19 दिनों के लिए लॉकडाउन को बढ़ा दिया है. ऐसे में जिन इलाकों कोरोना के मरीज ज्यादा हैं उन्हें रेड जोन घोषित किया गया है. देश में 170 हॉटस्पॉट जिलों के साथ 207 ऐसे जिले भी चिन्हित किए गए हैं, जो हॉटस्पॉट तो नहीं हैं लेकिन संक्रमण की वृद्धि दर को देखते हुए संभावित हॉटस्पॉट की श्रेणी में रखे जा सकते हैं.
देश के 730 जिलों का 29 फीसदी इलाका हॉटस्पॉट के तौर पर चिन्हित किया जा चुका है. ऐसे में देश की 1.21 बिलियन आबादी में से 453 मिलियन लोग हॉटस्पॉट जोन में रह रहे हैं. इन इलाकों को रेड जोन घोषित किए जाने के बाद यहां पर सख्ती और बढ़ा दी गई है. इन जिलों के लोगों को घर से बाहर निकलने के अनुमति नहीं दी जा रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन द्वारा जिला प्राधिकरणों को भेजी गई सूची में दिल्ली के 11 जिलों में से दस और महाराष्ट्र के 36 जिलों में से 14 रेड जोन में हैं. जबकि दिल्ली की आबादी के 87% (लगभग 14.5 मिलियन लोग) हॉटस्पॉट इलाकों में रहते हैं. वहीं महाराष्ट्र के लगभग 60% (लगभग 66.9 मिलियन) लोग हॉटस्पॉट वाले इलाकों में रहते हैं.