-आईपीएस शालिनी बजाज ने किया लोकार्पण
बीकानेर।श्रीमती सी एम मूंधड़ा फाऊंडेशन मुंबई ने अपनी कर्मभूमि नापासर कस्बे को शिक्षा के क्षेत्र में एक और सौगात देते हुए श्रीमती गीता देवी बागड़ी राजस्थान बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के परिसर के भीतर निर्मित जीर्ण शीर्ण पड़े विद्यालय परिसर को पुनर्निर्मित, रंग रोगन एवं सुविधाओं का विस्तार करते हुए सुसज्जित रूप दिया गया है | पूर्व में ट्रस्ट द्वारा वर्तमान में संचालित श्रीमती गीता देवी बागड़ी राजस्थान बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय को बालिकाओं के लिए 5 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से विशाल एवं सुसज्जित भवन का निर्माण करवाकर दिया गया था।लोकार्पण अवसर पर बोलते हुए सीओ सदर शालिनी बजाज ने बताया कि मूंधड़ा ट्रस्ट द्वारा चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में किये जाने वाले कार्य युगों युगों तक स्मरणीय रहेंगे।शिक्षा का दान बहुत बड़ा दान है जिसका फल जीवन पर्यन्त समाज एवं देश को मिलता है। आज बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है और भविष्य में इस स्कूल की छात्राएं भी आगे जाकर अपने परिवार व अपने देश का नाम रोशन करेगी। अतिरिक्त कोषाधिकारी धीरज जोशी ने बताया कि पैसा हर इंसान कमाता है लेकिस समाज से कमाया हुआ पैसा वापस समाज को देना दरियादिली की निशानी है और मूंधड़ा ट्रस्ट अपनी जन्मभूमि एवं समाज के लिए दोनों हाथों से दान देकर समाज में एक नई मिसाल कायम कर रहा है।ट्रस्टी देवकिशन मूंधड़ा ने बताया कि ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में विकास का रहा है और जन्मभूमि एक माँ की तरह होती है जिसका कर्ज तो नहीं चुकाया जा सकता लेकिन माँ की सेवा करने में भी कोई कसार नहीं छोडनी चाहिए। ट्रस्ट प्रतिनिधि द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में कई आयाम स्थापित किये गये हैं साथ ही साथ ट्रस्ट द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में मेडिसिन विंग का निर्माण करवाया जा रहा है जो केवल बीकानेर जिले ही नहीं पूरे संभाग के मरीजों के लिए हितकर सिद्ध होगी।आईपीएस शालिनी बजाज ने विद्यालय की होनहार छात्राओं गायत्री लद्धड़, मुस्कान लाहोटी एवं स्नेहा परिहार का माल्यार्पण कर स्वागत किया। मंच का संचालन वीरेंद्र किराडू ने किया | इस अवसर पर देवकिशन मूंधड़ा, बाबूलाल मूंधड़ा, कालूराम मूंधड़ा, दामोदर प्रसाद झंवर, सरपंच प्रतिनिधि रतिराम तावनिया, बाबूलाल मोहता, शाला प्रधानाचार्या सुमन स्वामी, व्याख्याता इन्द्रा शर्मा, संतोष आसोपा, अशोक मूंधड़ा, भंवरलाल लद्धड़, शंकरलाल झंवर, मूलचंद झंवर, देवकिशन यादव, चंद्रप्रकाश जोशी, हरिकिशन दैया , सुदेश खत्री आदि उपस्थित हुए।