पटना , ( अनमोल कुमार ) – ओम एक्सप्रेस
अपने संक्षिप्त प्रेस वार्ता के दौरान अपने चाचा पशुपतिनाथ पारस पर बरसते हुए चिराग पासवान ने कहा कि पहले तो मेरे द्वारा उनसे बात करने की कई बार कोशिश की गई परंतु उन्होंने बात नहीं की अगर वह पहले ही कहते तो मैं उन्हें खुशी से संसदीय दल का नेता बना देता । मैंने अपने परिवार और पार्टी को कई बार टूटने से बचाया है यह पहली बार की घटना नहीं है । उन्होंने कहा कि पार्टी तोड़ने का यह तरीका असंवैधानिक और गलत है ।

संवैधानिक तौर पर मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष से हटाया जाना विधि सम्मत नहीं है ।
उन्होंने आर पार की लड़ाई बताते हुए कहा कि मेरे द्वारा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा जा चुका है पत्र में चाचा पशुपति का नेता चुने जाने का विरोध करते हुए इसे असंवैधानिक बताया गया है।
उनके आवास के चारों तरफ पुलिस का सख्त पहरा है ।
उन्होंने कहा कि आज मैं बात करने के मूड में नहीं हूं